अरुणाचल प्रदेश में प्रस्तावित ‘अपर सियांग मल्टीपरपस बांध परियोजना’ के खिलाफ स्थानीय समुदायों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने जोरदार विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह परियोजना न केवल क्षेत्र की जैव विविधता, जल-जंगल-जमीन को नुकसान पहुँचाएगी, बल्कि हजारों लोगों को जबरन विस्थापित भी करेगी।
प्रदर्शन का नेतृत्व स्थानीय आदिवासी संगठनों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं द्वारा किया जा रहा है। वे मांग कर रहे हैं कि पर्यावरणीय और सामाजिक प्रभावों की अनदेखी कर किए जा रहे सर्वेक्षण और ड्रिलिंग कार्य को तुरंत रोका जाए। उनका आरोप है कि यह परियोजना आदिवासी संस्कृति, पारंपरिक जीवनशैली और क्षेत्र की प्राकृतिक धरोहर को गंभीर खतरे में डाल देगी।
स्थानीय लोगों ने सरकार से मांग की है कि बिना पर्यावरणीय स्वीकृति और जनसहमति के ऐसी परियोजनाओं को न थोपें। वे वैकल्पिक विकास मॉडल की मांग कर रहे हैं जो सतत और समावेशी हों।