दक्षिण अफ्रीका के पूर्वी केप प्रांत में भयंकर बाढ़ ने तबाही मचा दी है। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 78 लोगों की जान जा चुकी है और राहत कार्य लगातार जारी है। राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा शुक्रवार को बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित म्थाथा शहर का दौरा करेंगे। अधिकारियों का मानना है कि मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है।
स्थानीय प्रशासन की शुरुआती प्रतिक्रिया को लेकर आलोचना हो रही है, क्योंकि बाढ़ के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य में देरी हुई। पूर्वी केप प्रांत के प्रमुख ऑस्कर माबुयाने ने बताया कि इस क्षेत्र में बचाव के लिए संसाधनों की भारी कमी है। इस 72 लाख की आबादी वाले प्रांत में केवल एक बचाव हेलीकॉप्टर है, जो भी दूसरे शहर से मंगवाना पड़ा।
मौसम विभाग ने पहले ही तेज बारिश, आंधी और बर्फबारी की चेतावनी दी थी। बाढ़ सुबह के समय आई, जब लोग गहरी नींद में थे। कई लोग अपने घरों में फंस गए और पानी में बह गए। बचे हुए लोग अब भी लापता अपने परिजनों की तलाश में हैं।
स्थानीय निवासी जिनाथी वुसो ने बताया कि उन्होंने अपनी आंखों के सामने लोगों को बहते और मरते हुए देखा। “यह मेरे लिए बहुत बड़ा मानसिक आघात है। लोग बचने के लिए किसी भी चीज को पकड़ने की कोशिश कर रहे थे लेकिन वह भी टूट गई।”
केंद्र सरकार की टीम लगातार लोगों से अपील कर रही है कि लापता लोगों की सूचना दें ताकि बचाव अभियान को बेहतर तरीके से अंजाम दिया जा सके। आपदा प्रबंधन मंत्री वेलेंकोसिनी हलबीसा ने कहा, “यह एक बहुत गंभीर संकट है। जैसे-जैसे पानी उतर रहा है, और लोग मिल रहे हैं।”