नई दिल्ली।भारत के लिए यह सिर्फ एक अंतरिक्ष यात्रा नहीं, बल्कि गर्व, गौरव और उम्मीदों का मिशन है। उत्तर प्रदेश के कानपुर से ताल्लुक रखने वाले शुभांशु शुक्ला कल इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भरेंगे और ऐसा करने वाले पहले भारतीय नागरिक बन जाएंगे।
रविवार की सुबह जैसे ही उनका स्पेसक्राफ्ट फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से अंतरिक्ष की ओर रवाना होगा, पूरा देश एक सांस में उनका नाम लेगा — “जय हिंद! शुभांशु!”
🚀 अंतिम रिहर्सल पूरी — अब कोई कसर बाकी नहीं
शनिवार को शुभांशु ने अपनी फाइनल स्पेस रिहर्सल पूरी की। इस दौरान उन्होंने अंतरिक्ष सूट पहनकर माइक्रोग्रैविटी में काम करने, स्पेस स्टेशन से संपर्क बनाए रखने और आपात स्थिति से निपटने जैसी सभी प्रक्रियाओं को दोहराया। NASA और ESA की टीमों ने उन्हें मिशन के लिए ‘100% फिट’ घोषित किया है।
🌌 क्या करेंगे अंतरिक्ष में?
कुल 6 महीने रहेंगे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर
वहां रहकर दवाओं पर माइक्रोग्रैविटी का असर, स्पेस फूड टेक्नोलॉजी, और जीव-विज्ञान पर रिसर्च करेंगे
अंतरिक्ष में रहने के दौरान भारत के छात्रों के साथ लाइव वीडियो इंटरैक्शन भी करेंगे
🧑🚀 कौन हैं शुभांशु शुक्ला?
शुभांशु शुक्ला एक एयरोस्पेस इंजीनियर और स्पेस साइंटिस्ट हैं। बचपन से ही उन्हें तारों और ग्रहों से खास लगाव रहा। IIT दिल्ली से इंजीनियरिंग के बाद उन्होंने अमेरिका में NASA के साथ प्रोजेक्ट्स पर काम किया। आज वे उस मुकाम पर हैं, जहां पहुंचने का सपना करोड़ों लोग देखते हैं।
🇮🇳 क्यों है ये मिशन भारत के लिए बड़ा?
यह पहली बार है जब कोई भारतीय नागरिक NASA के इंटरनेशनल मिशन का हिस्सा बनकर सीधे ISS जाएगा। यह भारत की वैज्ञानिक साख, वैश्विक स्पेस सहयोग, और युवा वैज्ञानिकों के लिए प्रेरणा का प्रतीक बन गया है।
अब देश की नजरें टिकी हैं लॉन्च पर
कल सुबह 5:43 AM पर जैसे ही स्पेसक्राफ्ट लॉन्च होगा, भारत की धड़कनें तेज हो जाएंगी। शुभांशु की ये यात्रा भारत के अंतरिक्ष इतिहास में नए अध्याय की शुरुआत करेगी।