आतंकवादी हमलों के बाद कांग्रेस द्वारा संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की नेता सुप्रिया सुले ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह समय राजनीति का नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता दिखाने का है। कांग्रेस द्वारा पत्र पर हस्ताक्षर के लिए संपर्क करने पर सुले ने जवाब दिया कि वह विदेशी दौरे पर थीं और इस समय सरकार पर सवाल उठाना उचित नहीं है।
सुप्रिया सुले ने बताया कि उन्होंने मिस्र, कतर, इथियोपिया और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों का दौरा किया, जहां सभी ने भारत में हुए आतंकवादी हमलों की कड़ी निंदा की और भारत के साथ एकजुटता दिखाई।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने पहले ही साफ कर दिया था कि जब तक ऑपरेशन ‘सिंदूर’ जारी है, पार्टी सरकार के साथ खड़ी रहेगी। सुप्रिया ने कहा कि “देश पहले आता है, फिर राज्य, फिर पार्टी और अंत में परिवार। यह समय राजनीतिक बहस का नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा की एकजुटता का है।”
कांग्रेस के नेतृत्व में 16 विपक्षी दलों ने सरकार पर राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए थे और संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की थी। विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने विदेशों में मीडिया को जानकारी दी लेकिन देश के लोगों और संसद को नहीं।
सुप्रिया सुले ने स्पष्ट किया कि संसद के मानसून सत्र में एनसीपी सरकार से ज़रूर जवाब मांगेगी। उन्होंने कहा, “सवाल पूछे जाएंगे, लेकिन अभी नहीं। अभी हमें दुनिया को दिखाना है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है।”