रायपुर। कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट ने रविवार को दिनेश मिरानिया के परिजनों से मुलाकात की और इसके बाद मीडिया से चर्चा में केंद्र सरकार और अंतरराष्ट्रीय नीतियों पर गंभीर सवाल उठाए।उन्होंने साफ कहा कि भारतीय सेना का पराक्रम बेमिसाल है, लेकिन आतंकवाद को लेकर जिस तरह की अंतरराष्ट्रीय चुप्पी है, वह चिंताजनक है। उन्होंने कहा, “क्या पाकिस्तान को कोई चेतावनी दी गई है? क्या अमेरिका ने भरोसा दिलाया है कि वह फिर ऐसी हरकत नहीं करेगा?”पायलट ने यह भी कहा कि सीजफायर की घोषणा अमेरिका कर रहा है जबकि असली मुद्दा आतंकवाद है। “कश्मीर और व्यापार पर बात हो रही है, लेकिन आतंकवाद पर नहीं… ये बेहद खेदजनक है,” उन्होंने जोड़ा।उन्होंने संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की और कहा कि इस मुद्दे पर सभी दलों को एक साथ बैठकर कड़ा निर्णय लेना चाहिए।राहुल गांधी के सवालों पर सफाई देते हुए पायलट ने कहा कि “भारतीय सेना और डीएमओ पर हमें पूरा भरोसा है। लेकिन हमें सिर्फ आंकड़ों पर नहीं, स्थायी रणनीति पर बात करनी होगी।”सचिन पायलट ने यह भी कहा कि कभी भारत की तुलना चीन से होती थी, अब पाकिस्तान से होने लगी है, जो देश की छवि के लिहाज से सही संकेत नहीं है।