रायपुर शहर की एक सन्नाटे भरी रात में कारोबारी रजु मजूमदार अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ शहर से लौट रहे थे। कार में मध्यम गति थी, बच्चे पिछली सीट पर ऊंघ रहे थे और दंपती आपसी बातों में मशगूल थे – तभी अचानक एक तेज़ रफ्तार ट्रक ने उनकी कार को साइड से जोरदार टक्कर मार दी। पल भर को ऐसा लगा मानो ज़िंदगी थम गई हो!
हवा में उड़ी धूल, ब्रेक की चीत्कार और शीशे के टूटने की आवाज़ों ने सबको झकझोर दिया। कार का एक हिस्सा चकनाचूर हो गया। गनीमत रही कि रजु मजूमदार की सतर्कता ने जान बचा ली – उन्होंने झट से स्टीयरिंग संभाला और कार को डिवाइडर से टकराने से बचा लिया।
उनके बाएं हाथ में हल्की चोटें आईं, लेकिन पत्नी और बच्चे बिलकुल सुरक्षित निकले। यह पूरा हादसा महज 10 सेकंड में हुआ, लेकिन उन 10 सेकंड ने ज़िंदगी का पूरा मूल्य समझा दिया।
पुलिस जब पहुंची तो ट्रक चालक मौके से फरार हो चुका था। आस-पास के लोगों ने बताया कि ट्रक बेतहाशा स्पीड में था और पहले भी उस इलाके में तेज़ रफ्तार से गुजरते देखा गया था।
रजु मजूमदार ने कहा,
> “अगर सीट बेल्ट न पहनी होती, तो शायद हम आज नहीं होते। ये अनुभव एक अलार्म की तरह था – जिंदगी नाज़ुक है, सावधानी ही सुरक्षा है।”