रायगढ़। रायगढ़ जिले में केलो नदी किनारे बन रहे मरीन ड्राइव प्रोजेक्ट को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। प्रशासन ने देर रात मात्र 12 घंटे के अल्पकालिक नोटिस देकर लोगों से घर खाली करने को कहा और सुबह होते ही बुलडोजर कार्रवाई शुरू कर दी।
रात में नोटिस, सुबह उजाड़ दिए घर
स्थानीय लोगों का आरोप है कि उन्हें रात में नोटिस थमाया गया और सुबह होते ही बिना समय दिए घर तोड़ दिए गए। महिलाएं विरोध में सड़कों पर उतर आईं और पुलिस से तीखी झड़प हो गई।
प्रशासन का दावा, जनता का आक्रोश
प्रशासन का कहना है कि जिन घरों पर कार्रवाई की गई, वे अतिक्रमण की श्रेणी में आते हैं और सभी को पहले से सूचना दी गई थी। साथ ही मुआवजा और पुनर्वास का भी दावा किया गया है।
लेकिन स्थानीय लोग इसे अन्याय बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि “घर के बदले घर” का वादा सिर्फ कागजों पर था, जमीनी स्तर पर न तो मुआवजा मिला और न ही कोई वैकल्पिक व्यवस्था की गई।
मंत्री ओपी चौधरी पर जनता का गुस्सा
लोगों का आरोप है कि मंत्री ओपी चौधरी जिनके समर्थन से वे सत्ता में आए, अब उन्हीं के आदेश पर उनके घर उजाड़े जा रहे हैं। नाराज जनता ने मंत्री के बंगले का घेराव करने की चेतावनी दी है।
कांग्रेस ने इस कार्रवाई का विरोध करते हुए इसे “जनविरोधी कदम” बताया है।
तनाव के बीच भारी पुलिस बल तैनात
घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है।