कांग्रेस से निष्कासित होने के बाद पहली बार मीडिया के सामने आए लक्ष्मण सिंह ने राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए कहा, “राहुल गांधी की बारात तो निकली ही नहीं, उन्हें क्या पता बारात का घोड़ा कैसा होता है।” लक्ष्मण सिंह के इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है।
लक्ष्मण सिंह का मकसद:
हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए लक्ष्मण सिंह लगातार ऐसे बयान दे रहे हैं, जिनसे उनकी भाजपा के प्रति निष्ठा और सक्रियता साफ झलकती है। यह बयान भी इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
राहुल गांधी की शैली:
राहुल गांधी अक्सर आम भाषा और प्रतीकों का इस्तेमाल करते हैं जिससे वे सीधे जनता से जुड़ते हैं। “बारात” जैसी उपमा भी इसी संवाद शैली का उदाहरण है।
भाजपा की रणनीति:
भाजपा राहुल गांधी की टिप्पणियों में अक्सर ऐसी बातें खोजती है जिन्हें ‘राजनीतिक अपरिपक्वता’ या ‘गंभीरता की कमी’ के रूप में पेश किया जा सके। लक्ष्मण सिंह का यह बयान भाजपा के इसी प्रयास को बल देता है।
पक्ष-विपक्ष की प्रतिक्रियाएं:
- समर्थक कहते हैं: राहुल गांधी की टिप्पणी को एक हल्के-फुल्के व्यंग्य और हास्य के रूप में लेना चाहिए।
- विरोधी आरोप लगाते हैं: यह बयान भारतीय परंपराओं और विवाह जैसी पवित्र संस्थाओं का अपमान है।
राहुल गांधी की सामान्य टिप्पणी अब एक बड़े राजनीतिक विवाद का रूप ले चुकी है। जहां राहुल गांधी युवा और आम जनता से सीधे जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं भाजपा और लक्ष्मण सिंह इसे कांग्रेस नेतृत्व की कमजोर कड़ी के रूप में जनता के सामने लाने का प्रयास कर रहे हैं।