लोकसभा चुनाव 2025 से पहले कांग्रेस ने संगठन को मजबूत करने के लिए बड़ा अभियान शुरू किया है। इस कड़ी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भोपाल में 6 घंटे में 4 मैराथन बैठकें कीं। संगठन की समीक्षा बैठक में उन्होंने स्पष्ट कहा कि “अब कांग्रेस में केवल वही नेता रहेंगे जो जमीन पर मेहनत करेंगे। संगठन में अब काम के घोड़े दौड़ेंगे, बाराती किस्म के नेता रिटायर होंगे।”
क्या बोले राहुल गांधी?
राहुल गांधी ने कहा कि संगठन में लुंजपुंज, निष्क्रिय और बिना योगदान देने वाले नेताओं को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पार्टी अब ऐसे कार्यकर्ताओं को आगे लाएगी जो जमीनी स्तर पर सक्रिय हैं और जनता के बीच कांग्रेस को मजबूत कर सकते हैं।
बैठकों में क्या हुआ?
राहुल गांधी ने विधायकों और संगठन पदाधिकारियों से फीडबैक लिया।
हर जिले में कार्यकर्ताओं की परफॉर्मेंस रिपोर्ट बनाई जाएगी।
चुनावी रणनीति, सोशल मीडिया की भूमिका और युवाओं की भागीदारी पर भी चर्चा हुई।
‘50 जोड़ी नए घोड़े तैयार करो, जो कांग्रेस को जीत दिला सकें’ जैसे प्रेरक शब्द बोले।
पीएम मोदी पर निशाना: ट्रंप का फोन आया तो सरेंडर किया
राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी को भी निशाने पर लिया और कहा कि 1971 में जब अमेरिका ने भारत पर दबाव डाला था, तब इंदिरा गांधी नहीं झुकी थीं। लेकिन मोदी ने ट्रंप के फोन पर फैसला बदल दिया। उन्होंने कहा, “ये भारत की परंपरा नहीं है। एक मजबूत प्रधानमंत्री कभी सरेंडर नहीं करता।”
राहुल गांधी के इस बयान और संगठन समीक्षा के बाद मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों में कांग्रेस संगठन में फेरबदल की संभावना है। लोकसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी अब पूरी तरह मिशन मोड में आ गई है।