नई दिल्ली। पाकिस्तान के साथ सीजफायर के 51 घंटे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आतंक के बहुत सारे आका बीते ढाई-तीन दशकों से खुलेआम पाकिस्तान में घूम रहे थे। जो भारत के खिलाफ साजिशें करते थे। उन्हें भारत ने एक झटके में खत्म कर दिया।
पीएम श्री मोदी ने आगे कहा कि साथियों भारत की इस कार्रवाई से पाकिस्तान घोर निराशा में घिर गया था। हताशा में घिर गया था। बौखला गया था। इसी बौखलाहट में उसने एक और दुस्साहस किया। आतंक पर भारत की कार्रवाई का साथ देने की बजाय पाकिस्तान ने भारत पर ही हमला करना शुरू कर दिया। उन्होने कहा बीते दिनों में देश का सामर्थ्य और उसका संयम दोनों देखा है। मैं सबसे पहले भारत की पराक्रमी सेनाओं को सशस्त्र बलों, खुफिया एजेंसियों व वैज्ञानिकों को हर भारतवासी की तरफ से सैल्यूट करता हूं। हमारे वीर सैनिकों ने ऑपरेशन के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए असीम शौर्य का प्रदर्शन किया। मैं उनकी वीरता, साहस व पराक्रम को आज समर्पित करता हूं हमारे देश की हर माता-बहन और बेटी को।
आंतकी हमला हुआ तो देगे मुंहतोड़ जबाव-
ऑपरेशन सिंदूर ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में नई लकीर खींच दी है। न्यू नॉर्मल कर दिया है। यदि आतंकी हमला हुआ तो मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। अपने तरीके से अपनी शर्तों पर जवाब देकर रहेंगे। हर उस जगह जाकर कठोर कार्रवाई करेंगे, जहां से आतंकी जड़ें निकलती हैं। कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल भारत नहीं सहेगा, उसकी आड़ में पनप रहे आतंकी ठिकानों पर भारत सटीक व निर्णायक प्रहार करेगा। हम आतंक की सरपरस्त सरकार व आतंक के आकाओं को अलग-अलग नहीं देखेंगे।
पाकिस्तान का घिनौना सच देखा-
ऑपेरशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने पाकिस्तान का घिनौना सच देखा है जब मारे गए आतंकियों को विदाई देने पाकिस्तानी सेना के बड़े-बड़े अधिकारी उमड़ पड़े। स्टेट स्पॉन्सर आतंकवाद का ये बड़ा सबूत है। हम भारत और नागरिकों को किसी भी खतरे से बचाने के लिए लगातार निर्णायक कदम उठाते रहेंगे।
पाकिस्तान को वायुसेना के एयरबेस पर घमंड था, उसे पहुंचाया है नुकसान-
पाकिस्तान ने हमारे गुरुद्वारों, घरों, मंदिरों व स्कूलों को निशाना बनाया। पाकिस्तान ने सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया लेकिन इसमें भी पाकिस्तान खुद बेनकाब हो गया। दुनिया ने देखा कैसे पाकिस्तान के ड्रोन, मिसाइलें भारत के सामने तिनके की तरह बिखर गईं। भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने उन्हें आसमान में ही नष्ट कर दिया। पाकिस्तान की तैयारी सीमा पर वार की थी, लेकिन भारत ने पाकिस्तान के सीने पर वार कर दिया। भारत के ड्रोंस, मिसाइलों ने सटीकता के साथ हमला किया। पाकिस्तानी वायुसेना के एयरबेस को नुकसान पहुंचाया, जिस पर बहुत घमंड था। पहले तीन दिनों में ही पाकिस्तान को इतना तबाह कर दिया। जिसका उसे अंदाजा भी नहीं था। भारत की आक्रामक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान बचने के रास्ते खोजने लगाए पाकिस्तान दुनियाभर में तनाव कम करने के लिए गुहार लगा रहा था और बुरी तरह पिटने के बाद किसी मजबूरी में 10 मई की दोपहर को पाकिस्तानी सेना ने हमारे डीजीएमओ को संपर्क किया। तब तक हम आतंकवाद के इन्फ्रास्ट्र्क्चर को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा चुके थे। आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया थाए आतंक के अड्डों को हमने खंडहर बना दिया था।
हमने सैन्य ठिकानों पर कार्यवाही स्थगित की है-
जब पाकिस्तान की तरफ से गुहार लगाई गई, जब ये कहा गया कि उसकी ओर से आगे कोई आतंकी गतिविधि और सैन्य दुस्साहस नहीं दिखाया जाएगा। जब भारत ने उस पर विचार किया। मैं फिर दोहरा रहा हूं हमने पाकिस्तान के आतंकी और सैन्य ठिकानों को जवाबी कार्रवाई को सिर्फ स्थगित किया है। आने वाले दिनों में हम पाकिस्तान के हर कदम को इस कसौटी पर मापेंगे कि वो आगे क्या रवैया अपनाता है। भारत की एयरफोर्स, आर्मी, नौ सेना, बीएसएफ व अर्धसैनिक बल अलर्ट पर हैं। सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक के बाद ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति है।
100 से ज्यादा खूंखार आतंकवादियों को उतारा है मौत के घाट-
जब पाकिस्तान में आतंक के अड्डों पर भारत की मिसाइलों ने हमला बोला, भारत के ड्रोंस ने हमला बोला तो आतंकी संगठनों की इमारतें ही नहीं, हौसला भी थर्रा गया। बहावलपुर व मुरीदके जैसे आतंकी ठिकानें एक प्रकार से ग्लोबल टेररिज्म की यूनिवर्सिटीज रही हैं। दुनिया में कहीं पर भी जो बड़े आतंकी हमले हुए हैं चाहे 9/11हो चाहे लंदन ट्यूब बॉम्बिंग हो या फिर भारत में बड़े आतंकी हमले हों, उन सबके तार इन्हीं आतंक के ठिकानों से जुड़ते रहे हैं। आतंकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था, इसलिए भारत ने आतंक के ये हेडक्वार्टर्स उजाड़ दिए। इन हमलों में 100 से ज्यादा खूंखार आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा गया है।
आपरेशन सिंदून न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है-
ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ नाम नहीं, देश के कोटि-कोटि लोगों की भावनाओं का प्रतिबिंब है। ऑपरेशन सिंदूर न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है। 6 मई की देर रहा 7 मई की सुबह पूरी दुनिया ने इस प्रतिज्ञा को परिणाम में बदलते देखा है। भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान में आतंक के ठिकानों, ट्रेनिंग सेंटर पर सटीक प्रहार किया। आतंकवादियों ने सपने में भी नहीं सोचा था कि भारत इतना बड़ा फैसला ले सकता है। लेकिन जब देश एकजुट होता है, नेशन फस्र्ट की भावना से भरा होता है। राष्ट्र सर्वोपरि होता है तो फौलादी फैसले लिए जाते हैं। परिणाम लाकर दिखाए जाते हैं।
आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने के लिए सेनाओं को पूरी छूट दी-
इस आतंकी हमले के बाद सारा राष्ट्र हर नागरिक हर समाज हर वर्ग हर राजनीतिक दल एक स्वर में आतंक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए उठ खड़ा हुआ। हमने आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने के लिए भारत की सेनाओं को पूरी छूट दे दी। आज हर आतंकी आतंक का हर संगठन जान चुका है कि हमारी बहनों बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता है।