अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच हुए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हस्तक्षेप के दावों पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तीखा सवाल किया है। कांग्रेस का आरोप है कि जब ट्रंप बार-बार कह रहे हैं कि उन्होंने व्यापारिक दबाव बनाकर भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम कराया, तो प्रधानमंत्री मोदी अब तक इस पर चुप क्यों हैं?
कांग्रेस के मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि ट्रंप पहले ही आठ बार दावा कर चुके हैं कि उन्होंने सीजफायर कराने में मदद की, लेकिन प्रधानमंत्री ने न तो इस दावे का खंडन किया और न ही पुष्टि की। खेड़ा ने पूछा, “क्या प्रधानमंत्री की चुप्पी इस दावे की स्वीकृति है?”
ट्रंप ने हाल ही में ओवल ऑफिस में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सीरिल रामफोसा के साथ संवाद के दौरान दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान दोनों से व्यापार के जरिये दबाव बनाया और कहा, “किसी को आखिरी गोली चलानी थी… हमने उन्हें रोकने में भूमिका निभाई।” ट्रंप ने मोदी को “मित्र” बताते हुए कहा कि उन्होंने दोनों देशों के नेताओं को फोन कर शांतिपूर्ण समाधान का आग्रह किया।
इस पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “जब आतंकवादी हमलों के पीछे के गुनहगार कश्मीर में खुलेआम घूम रहे हैं, तब हम सांसदों को दूसरे देशों में प्रतिनिधिमंडल भेजने में व्यस्त हैं।” रमेश ने केंद्र सरकार से पूछा कि संसद सत्र क्यों नहीं बुलाया जा रहा और प्रधानमंत्री सर्वदलीय बैठक से क्यों गायब रहते हैं?
गौरतलब है कि 7 मई को भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर चलाया था, जिसमें 26 आतंकवादी मारे गए थे। इसके बाद पाकिस्तान ने जवाबी हमले किए और दोनों देशों के बीच चार दिन तक सैन्य तनाव बना रहा। अंततः 10 मई को दोनों पक्षों ने सीजफायर पर सहमति जताई। ट्रंप ने कहा था कि वाशिंगटन की मध्यस्थता से यह युद्धविराम संभव हुआ।