पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक संदिग्ध ड्रोन हमले में चार मासूम बच्चों की मौत हो गई, जिससे स्थानीय नागरिकों में जबरदस्त गुस्सा है। यह घटना मीर अली क्षेत्र में हुई, जिसे पाकिस्तानी तालिबान का गढ़ माना जाता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, स्थानीय निवासियों का दावा है कि यह हमला पाकिस्तानी सेना द्वारा किया गया, जो इन दिनों तालिबानी आतंकियों के खिलाफ अभियान चला रही है। हालांकि सेना की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
जनता सड़कों पर, शवों को दफनाने से इनकार
घटना के बाद बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और उन्होंने मृत बच्चों के शवों को रखकर न्याय की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि जब तक इस हमले के लिए जिम्मेदार लोगों का खुलासा नहीं होता, वे शवों को दफनाएंगे नहीं।
एक स्थानीय नेता ने कहा, “हम किसी पर सीधा आरोप नहीं लगा रहे, लेकिन सरकार को यह बताना होगा कि हमारे मासूम बच्चों की हत्या किसने की। अगर सरकार चुप रही तो प्रदर्शन पूरे राज्य में फैल सकता है।”
क्या सेना की कार्रवाई की चपेट में आए मासूम?
खुफिया सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी सेना तालिबान के खिलाफ अभियान चला रही है और मीर अली इलाका आतंकियों की गतिविधियों के लिए कुख्यात है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि सेना द्वारा चलाए गए ऑपरेशन में निर्दोष नागरिकों की भी जान चली गई।
स्थानीय मंत्री ने इस हमले की निंदा की है और जांच के आदेश दिए हैं।