आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय दबावों के चलते अलग-थलग पड़े पाकिस्तान ने एक बार फिर अमेरिका से भारत के साथ बातचीत कराने की गुहार लगाई है। इस्लामाबाद स्थित अमेरिकी दूतावास के एक कार्यक्रम में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत-पाक संबंधों को सामान्य करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भूमिका की सराहना की और उनसे परमाणु संपन्न दोनों पड़ोसी देशों के बीच संवाद शुरू कराने की अपील की।
इस बयान को पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के पुराने बयान का समर्थन माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम में ट्रंप की अहम भूमिका रही है। भुट्टो ने कहा था कि अमेरिका की मध्यस्थता के कारण ही दोनों देशों के बीच तनाव कम हुआ और युद्ध विराम संभव हो पाया।
हालांकि, भारत पहले ही साफ कर चुका है कि वह किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं करता है और उसने यह भी खारिज किया है कि ट्रंप का संघर्ष विराम में कोई योगदान रहा है।