इस्लामाबाद: शुक्रवार दोपहर पाकिस्तान में भूकंप के तेज झटकों से लोग घबरा गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार दोपहर 1:37 बजे रिक्टर स्केल पर 4.2 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। इसका केंद्र जमीन से लगभग 180 किलोमीटर की गहराई में था। झटके राजधानी इस्लामाबाद सहित कई इलाकों में महसूस किए गए। हालांकि अब तक किसी भी जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है।
भूकंप के बाद लोग भयभीत होकर इमारतों से बाहर निकल आए। घरों और कार्यालयों में अफरा-तफरी का माहौल रहा।
भूकंप क्यों आता है?
धरती की सतह सात विशाल प्लेटों से बनी होती है, जो निरंतर गतिमान रहती हैं। जब ये प्लेटें आपस में टकराती हैं, तो ज़मीन के नीचे ऊर्जा का संकेंद्रण होता है। जब यह ऊर्जा सतह की ओर निकलती है, तो भूकंप के रूप में धरती हिलती है।
भूकंप का केंद्र और तीव्रता क्या होती है?
- भूकंप का केंद्र (एपीसेंटर): वह स्थान होता है, जिसके नीचे प्लेटों की हलचल से ऊर्जा बाहर निकलती है।
- तीव्रता: भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर मापी जाती है। 7 या उससे अधिक की तीव्रता वाले भूकंप जानलेवा हो सकते हैं।
रिक्टर स्केल और उसका असर:
तीव्रता (रिक्टर स्केल) | असर |
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0 – 1.9 | सिर्फ यंत्र से पता चलता है |
2 – 2.9 | बहुत हल्का कंपन |
3 – 3.9 | भारी वाहन पास से गुजरने जैसा एहसास |
4 – 4.9 | खिड़कियां टूट सकती हैं, तस्वीरें गिर सकती हैं |
5 – 5.9 | फर्नीचर हिल सकता है |
6 – 6.9 | इमारतें क्षतिग्रस्त हो सकती हैं |
7 – 7.9 | इमारतें गिर सकती हैं |
8 – 8.9 | पुल और बड़ी संरचनाएं ध्वस्त हो सकती हैं |
9 या उससे अधिक | भीषण तबाही और सुनामी का खतरा |
भूकंप के दौरान क्या करें और क्या न करें?
घर के अंदर:
- किसी मजबूत टेबल के नीचे शरण लें
- शीशे, खिड़कियों, दीवारों से दूर रहें
- सिर और गर्दन को हाथों से ढकें
घर के बाहर:
- इमारतों, पेड़ों, बिजली के खंभों से दूर रहें
- खुले स्थान पर रुकें जब तक झटके बंद न हो जाएं
वाहन में:
- सुरक्षित स्थान पर वाहन रोकें
- गाड़ी में ही रहें, पुलों और ओवरपास से बचें