भारत की अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक पहल:
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत सरकार अब पाकिस्तान की झूठी कहानियों को दुनिया के सामने लाने के लिए व्यापक कदम उठा रही है। सरकार ने सर्वदलीय सांसद प्रतिनिधिमंडल को विदेश भेजने का निर्णय लिया है। ये प्रतिनिधिमंडल 10 दिनों तक अलग-अलग देशों की यात्रा कर पाकिस्तान की चालों को बेनकाब करेगा।
30 सांसद जाएंगे विदेश मिशन पर:
इस विशेष कूटनीतिक अभियान के तहत कम से कम 30 सांसदों को चुना गया है जो विदेश मंत्रालय के निर्देशों पर यात्रा करेंगे। यह पहल पाकिस्तान द्वारा ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमलों के समय फैलाई गई झूठी सूचनाओं का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खंडन करने के उद्देश्य से की जा रही है।
शामिल होंगे सभी प्रमुख दलों के सांसद:
प्रतिनिधिमंडल में भाजपा, कांग्रेस, टीएमसी, डीएमके, जेडीयू, बीजेडी, एनसीपी (एसपी), सीपीआई (एम) और एआईएमआईएम जैसे दलों के सांसदों को शामिल किया जा रहा है। भाजपा से अनुराग ठाकुर और अपराजिता सारंगी, कांग्रेस से शशि थरूर, मनीष तिवारी, सलमान खुर्शीद और अमर सिंह का नाम सामने आया है। वहीं, टीएमसी के सुदीप बंदोपाध्याय, डीएमके की कनिमोझी, जेडीयू के संजय झा, बीजेडी के सस्मित पात्रा, एनसीपी की सुप्रिया सुले और AIMIM के असदुद्दीन ओवैसी जैसे नेता भी टीम का हिस्सा हो सकते हैं।
कांग्रेस का समर्थन लेकिन सवाल भी:
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रतिनिधिमंडल की पहल को समर्थन दिया है लेकिन यह भी कहा कि प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम पर सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता नहीं की, न ही संसद का विशेष सत्र बुलाया। बावजूद इसके, कांग्रेस इस अभियान में राष्ट्रीय हित को सर्वोपरि रखते हुए सहभागी होगी।
पाकिस्तान की कथाएं और भारत का जवाब:
पाकिस्तान द्वारा बार-बार झूठा नैरेटिव सेट करने की कोशिशों के जवाब में भारत सरकार यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक ठोस पहल कर रही है। चीन और तुर्किये जैसे देशों का समर्थन पाकिस्तान को जरूर मिला है, लेकिन भारत अब सक्रिय होकर तथ्यात्मक रूप से उसका पर्दाफाश करने की दिशा में बढ़ चुका है।