अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने ज़िला अध्यक्षों की नियुक्ति में पारदर्शिता लाने के लिए अब्ज़र्वर सिस्टम लागू किया था।
लेकिन छिंदवाड़ा में तो बिना किसी अब्ज़र्वर के ही जिला कार्यकारिणी घोषित कर दी गई!
क्या ये सिर्फ संयोग है?
नहीं, ये साफ संकेत है कि कमलनाथ का प्रभाव आज भी कांग्रेस संगठन पर हावी है।
जहाँ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी प्रक्रिया की बात करती है,वहीं कमलनाथ की छिंदवाड़ा कांग्रेस अपना रास्ता खुद तय करती है।