गाजा पट्टी में सैन्य अभियान को लेकर ब्रिटेन, फ्रांस और कनाडा द्वारा की गई आलोचना पर इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। नेतन्याहू ने कहा कि इन देशों की संयुक्त घोषणा 7 अक्तूबर के हमास हमले को एक प्रकार से पुरस्कार देने जैसा है।
नेतन्याहू ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि “हमसे हमारी रक्षात्मक कार्रवाई रोकने को कहना और फिलिस्तीनी राज्य की मांग करना, हमास के अत्याचारों को बढ़ावा देना है।” उन्होंने इसे ‘सभ्यता और बर्बरता के बीच युद्ध’ बताते हुए इस्राइल की पूर्ण विजय तक कार्रवाई जारी रखने की बात दोहराई।
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने यह भी स्पष्ट किया कि युद्ध तब तक नहीं रुकेगा जब तक बंधक रिहा नहीं किए जाते, हमास पूरी तरह हथियार नहीं डाल देता, उसके नेता निर्वासित नहीं होते और गाजा को पूर्णतः विसैन्यीकृत नहीं किया जाता।