नई दिल्ली – नेशनल हेराल्ड से जुड़े बहुचर्चित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट में बुधवार को हुई सुनवाई संपन्न हो गई। यह मामला लंबे समय से चर्चा में बना हुआ है, जिसमें कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और सांसद राहुल गांधी आरोपी पक्षों में शामिल हैं।
बुधवार को हुई सुनवाई के दौरान सोनिया गांधी और राहुल गांधी की ओर से सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता और कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी कोर्ट में पेश हुए। उन्होंने कोर्ट से आग्रह किया कि उन्हें हाल ही में इस मामले में दाखिल की गई चार्जशीट की प्रति प्राप्त हुई है, जिसे पूरी तरह से पढ़ने और समझने के लिए पर्याप्त समय की आवश्यकता है।

सिंघवी ने कोर्ट से अनुरोध किया कि मामले की सुनवाई को कुछ समय के लिए स्थगित किया जाए ताकि बचाव पक्ष चार्जशीट का अध्ययन कर सके और अपनी तैयारी पूरी कर सके। उन्होंने यह भी कहा कि यह एक जटिल मामला है, जिसमें आरोपों की प्रकृति और दस्तावेजों की संख्या को देखते हुए समय देना आवश्यक है।
कोर्ट ने सिंघवी की इस दलील को स्वीकार करते हुए सुनवाई की अगली तारीखें तय कर दी हैं। अब इस मामले की अगली सुनवाई 2 जुलाई से 8 जुलाई के बीच प्रतिदिन होगी। कोर्ट ने यह स्पष्ट किया है कि जुलाई के पहले सप्ताह में मामले की सुनवाई लगातार की जाएगी ताकि कानूनी प्रक्रिया में अनावश्यक विलंब न हो।
ज्ञात हो कि यह मामला प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा दर्ज किए गए मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों से संबंधित है, जो नेशनल हेराल्ड अखबार की वित्तीय लेनदेन और संपत्ति के हस्तांतरण से जुड़ा हुआ है। ईडी का आरोप है कि यंग इंडियन लिमिटेड नामक कंपनी, जिसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी निदेशक हैं, ने एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड की संपत्तियों पर अवैध रूप से नियंत्रण प्राप्त किया।
इस मामले की राजनीतिक और कानूनी दोनों ही दृष्टि से काफी संवेदनशीलता है, और इसे लेकर देशभर में राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आती रही हैं।
अब सभी की निगाहें जुलाई महीने पर टिकी हैं, जब कोर्ट में इस हाई-प्रोफाइल मामले की गहन सुनवाई शुरू होगी।