रायपुर।छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल मचाते हुए पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जब वे मंत्री थे, तब उन्होंने नक्सल समस्या के समाधान के लिए केंद्र सरकार से विशेष बल की मांग की थी, लेकिन केंद्र ने सहायता देने से इनकार कर दिया। उनका आरोप है कि तत्कालीन केंद्र सरकार की नक्सलियों से मिलीभगत थी, इसी वजह से फोर्स नहीं भेजी गई।
ननकीराम ने यह भी दावा किया कि डॉ. रमन सिंह ने उन्हें तीन बार हराने की कोशिश की, लेकिन वे डटे रहे। उन्होंने कहा, “मैंने कभी किसी पद के लिए लालच नहीं किया, लेकिन मेरे ही खिलाफ साजिशें रची गईं। डॉ. रमन की कोशिश थी कि मुझे किनारे कर दिया जाए।”
‘तीन बार हराने की कोशिश की गई, केंद्र सरकार नक्सलियों से मिली हुई थी’ – बोले ननकीराम कंवर
उन्होंने बताया कि जब वे गृहमंत्री थे, तब छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद अपने चरम पर था। उन्होंने बस्तर और अन्य प्रभावित इलाकों में मजबूत कार्रवाई के लिए बार-बार केंद्र से मदद मांगी, लेकिन सहयोग नहीं मिला।
कंवर ने कहा कि राज्य सरकार ने अपनी तरफ से भरपूर प्रयास किए, लेकिन केंद्रीय सहयोग के अभाव में कई योजनाएं अधूरी रह गईं।
राजनीतिक हलकों में बयान से हलचल:
ननकीराम के इस बयान ने भाजपा के अंदरूनी समीकरणों को फिर से चर्चा में ला दिया है। माना जा रहा है कि पार्टी के पुराने नेताओं में अंदरूनी असंतोष अब खुलकर सामने आने लगा है।