मुंबई में रविवार देर रात से शुरू हुई मूसलधार बारिश ने सोमवार सुबह शहर को थाम दिया। 6 घंटे में 120 मिमी बारिश ने निचले इलाकों को तालाब बना दिया। अंधेरी, सायन, कर्ला, दादर और बांद्रा में सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया।
ट्रैफिक का आलम यह रहा कि वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे पर गाड़ियां घंटों रेंगती रहीं। कहीं बाइक सवार धक्का मारते नजर आए, तो कहीं लोग पानी में फंसी टैक्सी से सामान निकालते दिखे।
80 किमी की रफ्तार से चलीं हवाएं:
रात करीब 3 बजे से हवाओं ने रफ्तार पकड़ी। कई इलाकों में पेड़ गिर गए और बिजली के खंभे झुक गए। माटुंगा और घाटकोपर में कुछ होर्डिंग गिरने से गाड़ियों को नुकसान पहुंचा। BMC ने अलर्ट जारी करते हुए लोगों से घर में रहने की अपील की है।
पुणे में बादल फटा, अफरा-तफरी मच गई:
पुणे के सिंहगढ़ रोड, वारजे और खड़कवासला इलाके में बादल फटने जैसी स्थिति बनी। आधे घंटे में ही इतनी बारिश हुई कि 200 से ज्यादा घरों में पानी भर गया। लोग छतों पर चढ़कर बचाव की गुहार लगाते रहे।
राहत बचाव कार्य जारी:
NDRF की दो टीमें पुणे में राहत कार्य में जुटी हैं। फायर ब्रिगेड की नावें भी उतारी गई हैं। प्रशासन ने रैन बसेरे खोल दिए हैं और प्रभावितों के लिए खाने की व्यवस्था की जा रही है।
अभी खतरा टला नहीं:
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि मुंबई, पुणे, रायगढ़ और ठाणे में अगले 48 घंटे तक भारी बारिश हो सकती है। समुद्र में ऊंची लहरें उठने की संभावना के चलते मछुआरों को किनारे रहने का निर्देश दिया गया है।