सीएम मोहन यादव का सख्त एक्शन: कटनी-दतिया के एसपी और चंबल के आईजी-डीआईजी हटाए, 10 आईपीएस अफसरों का तबादला

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पुलिस महकमे में अनुशासनहीनता और कथित दुराचार के मामलों को गंभीरता से लेते हुए कड़ा प्रशासनिक कदम उठाया। कटनी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिजीत रंजन, दतिया के एसपी वीरेंद्र मिश्रा, चंबल रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) सुशांत सक्सेना और उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) कुमार सौरभ को तत्काल प्रभाव से उनके पदों से हटा दिया गया। सीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपने बयान में कहा, “इन अधिकारियों का व्यवहार लोकसेवा के लिए खेदजनक था। मध्य प्रदेश सरकार लोकसेवा में अनुशासन, पारदर्शिता और जवाबदेही के लिए प्रतिबद्ध है।” इस कार्रवाई के साथ ही राज्य में 10 आईपीएस अधिकारियों के तबादले किए गए, जिसका उद्देश्य पुलिस प्रशासन को और प्रभावी बनाना है।

विवादों की पृष्ठभूमि

  1. कटनी में पारिवारिक विवाद और पुलिस कार्रवाई:
    कटनी में सीएसपी ख्याति मिश्रा और उनके पति, तहसीलदार शैलेंद्र बिहारी शर्मा के परिवार के साथ पुलिस द्वारा कथित मारपीट का मामला सामने आया। इस घटना में एसपी अभिजीत रंजन पर अपने पद का दुरुपयोग करने और परिवार के खिलाफ अनुचित कार्रवाई करने का आरोप लगा। स्थानीय लोगों और सोशल मीडिया पर इस मामले ने तूल पकड़ा, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने त्वरित कार्रवाई के आदेश दिए। इस घटना ने पुलिस के आचरण और जनता के साथ व्यवहार पर सवाल खड़े किए।
  2. दतिया में वरिष्ठ अधिकारियों का सार्वजनिक टकराव:
    दतिया में चंबल रेंज के आईजी सुशांत सक्सेना और डीआईजी कुमार सौरभ के बीच दतिया एयरपोर्ट के उद्घाटन समारोह के दौरान सार्वजनिक रूप से तीखी बहस हुई। यह विवाद न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि पूरे राज्य में चर्चा का विषय बन गया। इस घटना ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के बीच समन्वय की कमी को उजागर किया और पुलिस महकमे की छवि को नुकसान पहुंचाया।

तबादले और नई नियुक्तियां

मुख्यमंत्री के निर्देश पर गृह विभाग ने तत्काल प्रभाव से निम्नलिखित तबादले किए:

  • कटनी: अभिनव विश्वकर्मा को नया पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया।
  • दतिया: सूरज वर्मा को नया पुलिस अधीक्षक बनाया गया।
  • चंबल रेंज: सचिन कुमार अतुलकर को नया आईजी और सुनील कुमार जैन को नया डीआईजी नियुक्त किया गया।
  • अन्य छह आईपीएस अधिकारियों के तबादले भी किए गए, जिनके विवरण में विभिन्न जिलों और रेंज में नई जिम्मेदारियां शामिल हैं। इन तबादलों का उद्देश्य पुलिस प्रशासन में अनुशासन और कार्यकुशलता को बढ़ावा देना है।

राजनीतिक प्रतिक्रिया

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने मुख्यमंत्री के इस कदम का समर्थन करते हुए कहा, “लोकसेवा के आदर्श आचरण का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ यह सख्त कार्रवाई एक मजबूत संदेश है। यह कदम पुलिस व्यवस्था को और सुदृढ़ करेगा।” विपक्षी दलों ने भी इस कार्रवाई पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं दीं, कुछ ने इसे पुलिस सुधार की दिशा में सकारात्मक कदम बताया, जबकि कुछ ने इसे प्रशासनिक कमियों को छिपाने की कोशिश करार दिया।

प्रभाव और भविष्य

यह प्रशासनिक फेरबदल मध्य प्रदेश में पुलिस महकमे के कामकाज और जनता के प्रति जवाबदेही को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। कटनी और दतिया जैसे मामलों ने पुलिस के आचरण और आंतरिक अनुशासन पर सवाल उठाए थे, जिसके बाद यह कार्रवाई अपरिहार्य हो गई थी। नए नियुक्त अधिकारियों से उम्मीद की जा रही है कि वे अपने क्षेत्रों में पारदर्शिता और जनता के प्रति संवेदनशीलता के साथ काम करेंगे।

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