दिल्ली से श्रीनगर जा रही इंडिगो की फ्लाइट 6E2142 बुधवार को एक भयंकर प्राकृतिक संकट से गुजरते हुए भी सुरक्षित उतारी गई। विमान श्रीनगर के पास जबरदस्त ओलावृष्टि में फंस गया, तेज़ हवा और ओलों ने विमान के आगे के हिस्से को नुकसान पहुंचाया, और कुछ समय के लिए विमान का संतुलन भी बिगड़ गया।
करीब 11:40 बजे उड़ान भरने वाली इस फ्लाइट में कुल 176 यात्री और 6 क्रू सदस्य सवार थे। उड़ान के दौरान करीब 12:35 बजे विमान जब कश्मीर की वादियों के करीब पहुंचा, तभी मौसम अचानक बिगड़ गया। बड़े-बड़े ओलों ने विमान की विंडशील्ड और आगे के हिस्से को क्षतिग्रस्त कर दिया। इस स्थिति को देखते हुए कप्तान रजत शर्मा ने तुरंत ‘मेडे कॉल’ (इमरजेंसी सिग्नल) भेजा और श्रीनगर एयर ट्रैफिक कंट्रोल से इमरजेंसी लैंडिंग की अनुमति मांगी।
चंद सेकंड का फैसला बना सैकड़ों की जिंदगी का रक्षक
तेज़ी से नीचे उतरते विमान को देखकर यात्रियों में हड़कंप मच गया, कई लोग दहशत में रोने लगे। मगर कप्तान रजत और उनकी को-पायलट रिया चौधरी ने न केवल हिम्मत बनाए रखी, बल्कि अत्यंत कठिन परिस्थितियों में भी विमान को सुरक्षित श्रीनगर एयरपोर्ट पर उतार दिया।
पायलट्स को मिल रही है राष्ट्रीय स्तर पर सराहना
डीजीसीए ने इस घटना की तत्काल जांच के आदेश दिए हैं, लेकिन साथ ही पायलट और क्रू की सूझबूझ और बहादुरी की भी खुलकर तारीफ की है। विमान की स्थिति को देखते हुए एयरपोर्ट पर दमकल और एम्बुलेंस की टीमें तैनात कर दी गई थीं, लेकिन लैंडिंग के बाद राहत की बात यह रही कि न किसी को चोट आई, न कोई जख्मी हुआ।
यात्रियों ने पायलट को बताया ‘फरिश्ता’
विमान से बाहर आते ही यात्रियों ने पायलट को गले लगाकर धन्यवाद कहा। कई लोगों की आंखों में आंसू थे। यात्री अमिताभ मलिक ने कहा, “हमने समझ लिया था कि अब कुछ नहीं हो सकता, लेकिन पायलट ने हमें नई जिंदगी दी। आज हम सब दोबारा जन्मे हैं।”