“चुनाव… लोकतंत्र का उत्सव कहा जाता है।
लेकिन जब इस उत्सव में ही ज़हर घोल दिया जाए,
तो क्या बचेगा लोकतंत्र?”
2024 का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव अब लोकतंत्र की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि यह चुनाव “मैच फिक्सिंग” की तरह प्लान किया गया था। उन्होंने बताया कि एक सुनियोजित साजिश के तहत चुनाव को नियंत्रित किया गया, जिससे जनमत को झुकाया जा सके।
धांधली के 5 प्रमुख चरण:
🔹 Step 1: चुनाव आयोग पर नियंत्रण
🔹 Step 2: फर्ज़ी वोटरों की एंट्री
🔹 Step 3: फर्जी तरीके से मतदान प्रतिशत बढ़ाया गया
🔹 Step 4: टारगेट सीटों पर भारी मात्रा में फर्जी वोटिंग
🔹 Step 5: सबूत मिटा दिए गए
राहुल गांधी ने चेतावनी दी:
“अगर आप चुप हैं, तो अगली बारी आपके राज्य की है।”
क्या कहते हैं आंकड़े:
महाराष्ट्र में 2019 की तुलना में कई सीटों पर 2024 में मतदान प्रतिशत में भारी गिरावट देखी गई।
- 108 विधानसभा सीटों पर 1% से भी कम मतदान वृद्धि हुई।
- महिला मतदाताओं की संख्या 22 सीटों पर घटी।
- 132 विधानसभाओं में 1 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए।
राहुल गांधी की मांग:
- फोटोयुक्त मतदाता सूची सार्वजनिक की जाए।
- चुनावी प्रक्रिया में डिजिटल पारदर्शिता लाई जाए।
- चुनाव आयोग स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से कार्य करे।
इस पूरे मामले से यह साफ संकेत मिलता है कि अगर चुनावों की निष्पक्षता पर सवाल उठते रहेंगे, तो लोकतंत्र केवल एक दिखावा बनकर रह जाएगा।