देश के किसानों के सामने घटिया बीज और नकली कीटनाशकों की समस्या सबसे बड़ी चिंता बनकर उभरी है। ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों से मुलाकात कर उनकी परेशानियों को गंभीरता से सुना। किसानों ने बताया कि बाजार में मिलने वाले कई बीज और कीटनाशक गुणवत्ता मानकों पर खरे नहीं उतरते, जिससे उनकी फसलें नष्ट हो रही हैं और आर्थिक नुकसान हो रहा है।
तेलंगाना दौरे में ‘इंडियन एक्सप्रेस’ से बातचीत में चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2014 के बाद खाद्यान्न उत्पादन में 40% से अधिक की वृद्धि हुई है, लेकिन कृषि क्षेत्र में अब भी समन्वय की कमी दिखती है। इसी को ध्यान में रखते हुए “वन नेशन, वन एग्रीकल्चर, वन टीम” का नारा दिया गया है।
किसानों ने चौहान से घटिया बीज और नकली कीटनाशकों की बिक्री पर सख्त कानून बनाने की मांग की। कृषि मंत्री ने भरोसा दिलाया कि जल्द ही इस दिशा में मजबूत कदम उठाए जाएंगे। साथ ही मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना को और प्रभावी बनाने की जरूरत बताई।
शिवराज सिंह चौहान ने माना कि कृषि भूमि में कमी एक बड़ी चुनौती है, लेकिन उन्होंने तकनीक जैसे सौर पैनल के नीचे खेती और हाइड्रोपोनिक्स को समाधान बताया। उन्होंने कहा कि देश के विकास के लिए बुनियादी ढांचे की जरूरत है, लेकिन कृषि के बिना भारत आगे नहीं बढ़ सकता।
‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के तहत देशभर में लगभग 2,000 टीमें किसानों से मिलकर उनकी समस्याएं जान रही हैं और नए समाधान तलाशे जा रहे हैं। यह अभियान 12 जून के बाद भी जारी रहेगा। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसानों की भलाई के लिए यह राष्ट्रीय मिशन किसी भी राज्य की सीमाओं से नहीं बंधा है।