इटली में ऐतिहासिक फैसला: अब दो महिलाएं बन सकेंगी कानूनी रूप से ‘माता-पिता’

समान लिंग वाले माता-पिता को कानूनी मान्यता देने की दिशा में इटली ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। संवैधानिक न्यायालय ने फैसला सुनाया है कि दो महिलाएं, जिनमें एक जैविक मां है और दूसरी वह महिला है जिसने गर्भावस्था के लिए सहमति दी तथा पालन-पोषण में भागीदारी की, दोनों को जन्म प्रमाण पत्र पर ‘माता-पिता’ के रूप में पंजीकृत किया जा सकता है।

अदालत ने स्पष्ट कहा कि केवल जैविक मां को ही मान्यता देना असंवैधानिक है। यह फैसला उन परिवारों के अधिकारों को मजबूत करता है जो समान लिंग के माता-पिता के रूप में बच्चों का पालन-पोषण कर रहे हैं।

इस निर्णय का LGBTQ+ समुदाय ने जोरदार स्वागत किया है। रेनबो फैमिलीज नामक संगठन ने इसे “इटली में नागरिक अधिकारों के लिए ऐतिहासिक दिन” बताया। उन्होंने कहा कि अब सभी बच्चों को उनके दोनों माता-पिता को पहचानने का अधिकार मिलेगा, चाहे वे दो माताएं ही क्यों न हों।

हालांकि, कुछ पारंपरिक सोच वाले समूहों ने इस फैसले का विरोध किया है। प्रो-लाइफ एंड फैमिली एसोसिएशन ने इसे ‘अवास्तविक’ और बच्चों के लिए ‘अस्तित्व का मजाक’ बताया।

इटली में 2004 से ही सरोगेसी पर प्रतिबंध है और IVF प्रक्रियाओं पर भी कई सीमाएं हैं। 2023 में सरकार ने इन नियमों को और कठोर बनाया, जिससे केवल जैविक मां को ही अधिकार देने की परंपरा फिर से लागू हो गई थी। लेकिन अब इस संवैधानिक आदेश से उन सभी परिवारों को राहत मिली है, जिन्हें लंबे समय से कानूनी मान्यता का इंतजार था।

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