मध्य पूर्व में हालात और भी गंभीर होते जा रहे हैं। इजरायल के हालिया मिसाइल हमले ने ईरान को भारी नुकसान पहुंचाया है। इस हमले में ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स की कुद्स फोर्स के कमांडर इस्माइल कानी की मौत हो गई है। कानी ने वर्ष 2020 में कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद कुद्स फोर्स की कमान संभाली थी।
‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने ईरानी सूत्रों के हवाले से कानी की मौत की पुष्टि की है। इस्माइल कानी का जन्म मशहद, ईरान में हुआ था। वह ईरान-इराक युद्ध में सक्रिय रहे और वर्ष 1997 में कुद्स फोर्स के डिप्टी कमांडर बने। हालांकि कानी के पास अफगानिस्तान और पाकिस्तान में गहरी रणनीतिक पकड़ थी, लेकिन उन्हें अरबी भाषा में वह दक्षता नहीं थी जो उनके पूर्ववर्ती कासिम सुलेमानी के पास थी।
इससे पहले ईरान ने अपने मिसाइल कार्यक्रम के प्रमुख जनरल आमिर अली हजीजादेह के मारे जाने की भी पुष्टि कर दी थी। ईरान के सरकारी मीडिया ने जनरल हजीजादेह की मौत की सूचना दी, जिनका नाम इजरायली हमलों में पहले से ही सामने आ चुका था। हजीजादेह ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम के मुख्य रणनीतिकार थे।
इजरायली सेना ने बयान जारी कर कहा है कि देशभर में युद्ध की तैयारियां तेज कर दी गई हैं। सभी मोर्चों पर सैनिकों को तैनात किया जा रहा है और रिजर्व फोर्स को भी बुलाया जा रहा है। इजरायल ने स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी संभावित जवाबी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।