अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान पर कि भारत ने उन्हें “शून्य टैरिफ” (Zero Tariff) की पेशकश की है, भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह दावा जल्दबाजी है। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता अभी पूरी नहीं हुई है और जब तक यह प्रक्रिया समाप्त नहीं होती, कोई भी निष्कर्ष निकालना या सार्वजनिक बयान देना उचित नहीं है।
जयशंकर ने साफ कहा, “किसी भी व्यापार समझौते से दोनों देशों को लाभ होना चाहिए। एक देश को फायदा और दूसरे को नुकसान ऐसा नहीं होना चाहिए। हम ऐसा नुकसान स्वीकार नहीं करेंगे।”
उन्होंने यह भी कहा कि वार्ता की प्रक्रिया जटिल है और टीम इस पर काम कर रही है। इसलिए बिना अंतिम समझौते के कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती।
ट्रंप के पूर्व बयान:
यह पहला मौका नहीं है जब ट्रंप ने इस तरह का दावा किया है। 30 अप्रैल को मिशिगन में उन्होंने कहा था कि भारत के साथ टैरिफ पर बातचीत सकारात्मक दिशा में जा रही है और जल्द कोई डील संभव है।
पीयूष गोयल की अमेरिका यात्रा:
इस मुद्दे के बीच भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल 16 मई को अमेरिका रवाना हो रहे हैं, ताकि व्यापार वार्ता को औपचारिक स्तर पर आगे बढ़ाया जा सके। यह यात्रा अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस की नई दिल्ली यात्रा के बाद हो रही है।
भारत का प्रस्ताव:
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने अमेरिका से टैरिफ घटाकर 13% से 4% करने का प्रस्ताव दिया है और पहले चरण में 60% अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क समाप्त करने की बात कही है। इसके बदले भारत चाहता है कि अमेरिका टैरिफ न बढ़ाए, लेकिन अभी तक अमेरिका ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
कान्स फिल्म बाजार में चिंता:
ट्रंप द्वारा विदेशी फिल्मों पर 100% टैरिफ की चेतावनी से कान्स फिल्म बाजार में खरीददारों और विक्रेताओं में असमंजस है। बाजार फिलहाल सतर्क रवैया अपना रहा है।