हाल ही में नीति आयोग के CEO बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने दावा किया था कि भारत अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। हालांकि, अब नीति आयोग के ही सदस्य अरविंद विरमानी ने इस पर विराम लगाते हुए कहा है कि यह मुकाम भारत को इस साल के अंत तक मिल सकता है, लेकिन अभी नहीं मिला है।
विरमानी ने स्पष्ट किया कि फिलहाल जर्मनी अब भी भारत से थोड़ी आगे है। उन्होंने कहा कि अगर मौजूदा आर्थिक विकास दर बनी रही, तो 2024 के आखिर या 2025 की शुरुआत तक भारत जर्मनी को पीछे छोड़ देगा और चौथे पायदान पर आ जाएगा।
क्या कहा था CEO ने?
बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने एक इंटरव्यू में कहा था, “भारत अब चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।” इस बयान को लेकर देशभर में चर्चाएं शुरू हो गई थीं और सरकार की उपलब्धि के रूप में देखा जाने लगा था।
वास्तविकता क्या है?
IMF और वर्ल्ड बैंक के हालिया आंकड़ों के मुताबिक, भारत अभी भी GDP के लिहाज़ से जर्मनी से थोड़ा पीछे है। हालाँकि भारत की विकास दर जर्मनी से काफी तेज है, जिससे यह तय माना जा रहा है कि जल्द ही भारत चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
विशेषज्ञों की राय
अर्थशास्त्रियों का मानना है कि सुब्रह्मण्यम का बयान कुछ हद तक जल्दबाज़ी में दिया गया हो सकता है। वे इस बात से सहमत हैं कि भारत तेज़ी से आगे बढ़ रहा है, लेकिन आधिकारिक डेटा और रैंकिंग का इंतज़ार जरूरी है।