रायपुर। टैक्स चोरी के एक बड़े मामले में रायपुर जीएसटी विभाग की टीम ने अहम कार्रवाई करते हुए एक लोहे के व्यापारी को गिरफ्तार किया है। आरोपी व्यापारी अमन अग्रवाल, अगस्त्य एंटरप्राइजेज और अग्रवाल एंटरप्राइजेज का संचालक है। टीम ने जांच के दौरान पाया कि अमन अग्रवाल ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में फर्जी फर्मों के नाम पर 144 करोड़ रुपये की खरीद दिखाई थी, जिससे करीब 26 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की गई।
बोगस फर्मों का इस्तेमाल और इनपुट टैक्स क्रेडिट का दुरुपयोग
जानकारी के अनुसार, अमन अग्रवाल ने वर्ष 2023 से 2025 के बीच कई बोगस फर्मों के जरिए खरीद के दस्तावेज बनाए और इन पर इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) क्लेम किया। फिर इस क्रेडिट को अन्य जिलों के व्यापारियों को पास ऑन कर दिया, जिससे शासन को भारी टैक्स नुकसान हुआ। इस प्रक्रिया से अग्रवाल ने लगभग 26 करोड़ का लाभ अर्जित किया।
इन फर्मों के नाम पर की गई फर्जी खरीद
हुसैनी एंटरप्राइजेज, धनलक्ष्मी एंटरप्राइजेज, महादेव एंटरप्राइजेज, यूनिक एंटरप्राइजेज, असारी ट्रेड्स, विनायक वेचर्स, ललित ट्रेडलिंक और अगस्त्य एंटरप्राइजेज जैसे नामों पर फर्जी खरीद दिखाई गई। इन नामों पर करीब 144 करोड़ रुपये की खरीद दर्शाई गई थी।
पेपर में मृतक को बताया जिंदा
जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी ने कुछ ऐसे व्यक्तियों के नाम पर भी फर्जी फर्में बनाई, जो या तो मृत थे या लंबे समय से सक्रिय नहीं थे। इस तरह के दस्तावेजों को तैयार कर शासन को धोखा दिया गया।