अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रस्तावित और अब स्वीकृत “गोल्डन डोम मिसाइल डिफेंस सिस्टम” को लेकर कनाडा ने भी रुचि दिखाई है। कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने बुधवार को इस बात की पुष्टि की कि उनकी सरकार अमेरिका के साथ इस उच्च तकनीक मिसाइल रक्षा प्रणाली में भागीदारी को लेकर चर्चा कर रही है।
175 अरब डॉलर की लागत से तैयार होने वाले इस सिस्टम के माध्यम से अमेरिका अंतरिक्ष से आने वाले खतरों को भी रोकने में सक्षम होगा। ट्रंप ने मार्च में अमेरिकी संसद में अपने भाषण के दौरान इसकी घोषणा की थी और अब इसके निर्माण को मंजूरी दे दी गई है। यह प्रणाली इस्राइल के प्रसिद्ध “आयरन डोम” की तर्ज पर बनाई जा रही है, लेकिन यह इससे कहीं अधिक उन्नत और व्यापक क्षमताओं से लैस होगी।
कनाडा-अमेरिका के बीच हुई उच्च स्तरीय बातचीत
प्रधानमंत्री कार्नी ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप से सीधे इस मुद्दे पर बात की है और यह कनाडा की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से अहम कदम हो सकता है। ट्रंप ने भी पुष्टि की कि कनाडा ने औपचारिक रूप से इस परियोजना में शामिल होने की इच्छा जताई है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि साझेदारी के लिए कनाडा को उपयुक्त आर्थिक और तकनीकी योगदान देना होगा।
गोल्डन डोम की क्षमताएं
गोल्डन डोम सिस्टम भविष्य की सैन्य चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार किया जा रहा है। इसमें अंतरिक्ष-आधारित सेंसर, अगली पीढ़ी के मिसाइल इंटरसेप्टर, और डिटेक्शन सिस्टम शामिल होंगे जो बैलिस्टिक मिसाइल, हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल, ड्रोन, और फाइटर जेट्स जैसे खतरों को लॉन्च के तुरंत बाद ही नष्ट करने में सक्षम होंगे।