तेहरान/यरुशलम – पश्चिम एशिया में हलचल मचा देने वाली चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। ईरान के शक्तिशाली IRGC कुद्स फोर्स के कमांडर जनरल इस्माइल कानी के इजरायल में सुरक्षित होने की खबर ने पूरी ईरानी सुरक्षा व्यवस्था को हिला कर रख दिया है।
सूत्रों के अनुसार, जनरल कानी पर आरोप है कि उन्होंने बीते महीनों में हमास, हिज़बुल्लाह और अन्य ईरान समर्थित गुटों की गुप्त जानकारियां इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद तक पहुंचाई। बताया जा रहा है कि इन्हीं लीक हुई जानकारियों के चलते हमास नेता इस्माइल हनीयाह, हिज़बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह और सैयद हाशिम सफीदीन को टारगेट करके मारा गया।
क्या जनरल कानी इजरायल के लिए जासूसी कर रहे थे?
अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या जनरल कानी शुरू से ही इजरायल के लिए काम कर रहे थे? यदि यह साबित होता है, तो यह ईरान के इतिहास का सबसे बड़ा सैन्य विश्वासघात माना जाएगा।
कानी, जो कासिम सुलेमानी की मौत के बाद कुद्स फोर्स के प्रमुख बने थे, हमेशा एक कट्टर ईरानी राष्ट्रवादी के रूप में देखे जाते थे।
तेहरान में मचा हड़कंप
इस सनसनीखेज खबर के बाद ईरानी सेना और खुफिया एजेंसियों में भारी उथल-पुथल मच गई है। अधिकारियों ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक IRGC ने इस पूरे प्रकरण की गोपनीय जांच शुरू कर दी है।
क्या यह इजरायल का अब तक का सबसे बड़ा खुफिया ऑपरेशन है?
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि जनरल कानी का इजरायल से जुड़ाव साबित होता है, तो यह इजरायल की अब तक की सबसे साहसिक और सफल खुफिया योजना मानी जाएगी, जिससे ईरान के आतंकवादी नेटवर्क और सैन्य रणनीतियों को जबरदस्त नुकसान हुआ है।