इस्राइल ने गाजा पट्टी में ‘ऑपरेशन गिदोन चैरिएट्स’ नाम से एक व्यापक सैन्य अभियान शुरू किया है। इस अभियान का प्रमुख उद्देश्य हमास पर दबाव बनाकर शेष बंधकों को रिहा कराना और गाजा के सामरिक क्षेत्रों पर नियंत्रण हासिल करना है। इस्राइली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन अब निर्णायक चरण में है और इसे पूरी शक्ति के साथ लागू किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पहले ही कह चुके हैं कि इस संघर्ष का अंतिम लक्ष्य हमास को पूर्ण रूप से समाप्त करना है। इस्राइल के इस नए कदम से यह स्पष्ट हो गया है कि वह युद्धविराम के बजाय सैन्य समाधान की दिशा में बढ़ रहा है।
कूटनीतिक प्रयास विफल, ऑपरेशन का विस्तार
इस्राइल का यह सैन्य अभियान ऐसे समय पर शुरू हुआ है जब अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में क्षेत्रीय दौरा किया लेकिन इस्राइल नहीं गए, जिससे युद्धविराम की उम्मीदें कमजोर हुईं। वहीं दोहा (कतर) में हमास और इस्राइल के बीच वार्ता किसी ठोस समाधान तक नहीं पहुंच सकी है। हमास एक व्यापक शांति समझौते की मांग कर रहा है लेकिन इस्राइल अब सशस्त्र समाधान पर अडिग दिख रहा है।
गाजा में तबाही: स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 150 से अधिक लोग मारे गए हैं, जबकि 18 मार्च को युद्धविराम के टूटने के बाद से अब तक लगभग 3,000 लोग जान गंवा चुके हैं। मंत्रालय के अनुसार, सात अक्तूबर 2023 से अब तक इस्राइली हमलों में लगभग 53,000 से अधिक फिलीस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे हैं। वहीं लाखों लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है।
शेष बंधकों की स्थिति चिंताजनक
इस्राइली प्रशासन के अनुसार, अब भी गाजा में लगभग 23 बंधक जीवित हैं, हालांकि इनमें से कम से कम तीन की स्थिति गंभीर बनी हुई है। ऑपरेशन गिदोन चैरिएट्स का मुख्य उद्देश्य इन बंधकों को सुरक्षित निकालना और हमास की सैन्य शक्ति को निष्क्रिय करना है।
अब तक की प्रमुख घटनाएं:
- 7 अक्टूबर 2023 को हमास का हमला, 1,200 इस्राइली नागरिकों की मौत
- इस्राइल का जवाबी हमला: गाजा में बड़ा सैन्य अभियान
- अब तक 53,000 से ज्यादा फिलीस्तीनियों की मौत
- लाखों विस्थापित, शांति वार्ता विफल
- ऑपरेशन गिदोन चैरिएट्स का आगाज़