गाज़ा में भूख से बेहाल जनता ने यूएन के राहत ट्रकों को लूटा, हालात हुए और बदतर
गाज़ा सिटी: इस्राइल द्वारा गाज़ा पट्टी पर की गई तीन महीने की लंबी नाकाबंदी और निरंतर हवाई हमलों ने फलस्तीनियों को भुखमरी के मुहाने पर ला खड़ा किया है। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र (यूएन) द्वारा भेजे गए खाद्य सामग्री से भरे ट्रकों को गाज़ा में हताश जनता ने घेर लिया और सामान लूट लिया।
यूएन वर्ल्ड फ़ूड प्रोग्राम (WFP) ने बताया कि 77 राहत ट्रकों को गाज़ा में भेजा गया था, जिनमें ज़्यादातर ट्रकों में आटा था। लेकिन जैसे ही ट्रक सीमा में दाखिल हुए, बड़ी संख्या में हथियारबंद और आम नागरिकों ने उन पर धावा बोल दिया।
बढ़ती भूख, घटती उम्मीदें
WFP और अन्य संगठनों का कहना है कि इस्राइल ने हाल के दिनों में कुछ मानवीय सहायता को अंदर जाने की अनुमति दी है, जिससे आंशिक राहत मिली है। लेकिन अभी भी ज़मीन पर जरूरतों की तुलना में बहुत कम सामग्री पहुंच रही है। विशेषकर बच्चों के लिए स्थिति गंभीर हो चुकी है, कुपोषण और बीमारी का खतरा तेज़ी से बढ़ रहा है।
संघर्षविराम की उम्मीदें, लेकिन ज़मीनी सच्चाई अलग
संघर्षविराम को लेकर कुछ बातचीत चल रही है, लेकिन आम लोग केवल पेट भरने की सोच रहे हैं। भूख की पीड़ा ने सामाजिक व्यवस्था को पूरी तरह से झकझोर दिया है। सुरक्षा बलों की मौजूदगी के बावजूद, लोगों ने ट्रकों को लूट लिया, जिससे मानवीय संकट और गहरा गया है।
गाज़ा में अब अकाल जैसे हालात
कई स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय संगठन गाज़ा में हालात को “अकाल की स्थिति” बता रहे हैं। खाद्य सामग्री, दवाइयों और पीने के पानी की भारी किल्लत है। मानवाधिकार संगठनों ने चेताया है कि यदि जल्द ही व्यापक सहायता नहीं पहुंचाई गई, तो हजारों लोगों की जान जोखिम में पड़ सकती है।