विनायक चतुर्थी, यानी बुद्धि और सौभाग्य के देवता श्री गणेश को प्रसन्न करने का खास दिन। कहते हैं कि इस दिन यदि सही विधि और श्रद्धा से पूजा की जाए, तो विघ्नहर्ता गणपति जीवन की हर रुकावट को दूर कर देते हैं। आइए जानते हैं कि कैसे आप इस खास दिन बाप्पा को प्रसन्न कर सकते हैं।
1. स्नान कर लाल वस्त्र पहनें, पूर्व दिशा में बिठाएं गणेश जी को:
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ लाल वस्त्र धारण करें। गणेश जी की मूर्ति या तस्वीर को लाल या पीले कपड़े पर पूर्व दिशा की ओर मुख करके स्थापित करें।
2. दूर्वा और मोदक चढ़ाएं:
गणेश जी को दूर्वा बहुत प्रिय है। 21 दूर्वाओं की एक गांठ बनाकर अर्पित करें। साथ ही मोदक या गुड़-चने का भोग लगाएं, जिससे बाप्पा तुरंत प्रसन्न होते हैं।
3. इस मंत्र का 108 बार जाप करें:
“ॐ गं गणपतये नमः”
इस मंत्र का जाप तुलसी की माला से करें और ध्यान रखें कि मन एकाग्र हो।
4. चौथ माता की पूजा और व्रत कथा का पाठ:
विनायक चतुर्थी के दिन व्रत रखने वाले भक्तों को शाम को चौथ माता की कथा जरूर सुननी चाहिए। इससे व्रत पूर्ण होता है और संतान सुख की प्राप्ति होती है।
5. बच्चों को गुड़-चना और ब्राह्मण को भोजन कराएं:
मान्यता है कि इस दिन बच्चों को गुड़-चना बांटना और ब्राह्मणों को भोजन कराना विशेष पुण्य देता है। इससे पितृ दोष भी शांत होता है।
अंत में:
गणेश जी सरल हृदय के देवता हैं। वे सच्ची श्रद्धा से ही प्रसन्न हो जाते हैं। इस दिन मन से प्रार्थना करें, कोई दिखावा न करें। बाप्पा को मन से पुकारेंगे तो वे हर संकट हर लेंगे।
“विघ्नहर्ता का आशीर्वाद मिले, जीवन में सुख-समृद्धि खिले!”