नई दिल्ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित द्वितीय रक्षा अलंकरण समारोह में 33 बहादुर सैनिकों को वीरता पुरस्कारों से सम्मानित किया। इस दौरान 6 कीर्ति चक्र और 6 शौर्य चक्र मरणोपरांत वीरगति को प्राप्त सैनिकों को दिए गए, जबकि अन्य वीरता पुरस्कार जीवित सैनिकों को प्रदान किए गए।
इस समारोह में भाग लेने वाले शहीदों के परिवारों के लिए यह पल भावनाओं से भरपूर था। राष्ट्रपति मुर्मु ने जैसे ही वीरगति प्राप्त सैनिकों के परिजनों को मेडल प्रदान किए और उन्हें गले लगाकर ढांढस बंधाया, पूरा सभागार भावुक हो उठा।
राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित इस गरिमामयी कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार, और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी भी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा,
“इन वीर सैनिकों की बहादुरी पर देश को गर्व है। उन्होंने जो बलिदान दिया है, वह हमारे देश के लिए अमूल्य है।”
कार्यक्रम के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों से आए शहीदों के परिजनों ने राष्ट्रपति से मिलने के बाद बताया कि यह सम्मान उनके लिए गर्व और दुःख दोनों का प्रतीक है।
सम्मानित सैनिकों में कुछ प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:
- नायक प्रदीप सिंह (उत्तर प्रदेश) – 2 सितंबर 2023 को जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियान में वीरगति को प्राप्त, उन्हें मरणोपरांत शौर्य चक्र प्रदान किया गया।
- नायक गजेन्द्र सिंह, नायब सूबेदार संतोष कुमार, और हवलदार रामवीर सिंह सहित अन्य जवानों को भी मरणोपरांत सम्मान प्रदान किए गए।
गौरतलब है कि इस बार कुल 666 सैनिकों को स्वतंत्रता दिवस 2023 के उपलक्ष्य में वीरता अलंकरणों के लिए चयनित किया गया था, जिनमें से यह दूसरा चरण था।
इस कार्यक्रम ने एक बार फिर यह सिद्ध किया कि भारतीय सैनिकों की बहादुरी और बलिदान को देश कभी नहीं भूलता। इस समारोह ने राष्ट्र के प्रति निष्ठा और गर्व का एक जीवंत उदाहरण प्रस्तुत किया।