फेसबुक पोस्ट बना मुसीबत, पूर्व कांग्रेस विधायक अरुण तिवारी पर दर्ज हुआ केस

बिलासपुर (छत्तीसगढ़)।कांग्रेस के पूर्व विधायक अरुण तिवारी एक बार फिर विवादों में आ गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर फेसबुक पर की गई उनकी आपत्तिजनक और अश्लील टिप्पणी के कारण उनके खिलाफ सिविल लाइन थाने में केस दर्ज किया गया है। शिकायत भाजपा कार्यकर्ता की ओर से दी गई थी, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

घटना की पृष्ठभूमि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले से जुड़ी है, जिसमें देश के 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई थी। इस आतंकी हमले के जवाब में भारत की ओर से पाकिस्तान में छिपे आतंकियों पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया गया। सेना की इस कार्रवाई को लेकर जहां पूरे देश में गुस्से और गर्व की लहर है, वहीं अरुण तिवारी ने सोशल मीडिया पर अभियान और प्रधानमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक और भड़काऊ शब्दों का इस्तेमाल किया।

क्या लिखा था पोस्ट में?

पूर्व विधायक ने फेसबुक पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पत्नी को लेकर अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भी सवाल उठाते हुए अशोभनीय शब्दों का इस्तेमाल किया, जिससे न केवल सेना, बल्कि पूरे देश की भावनाएं आहत हुईं।

हालांकि पोस्ट को विवाद बढ़ने के बाद कुछ ही समय में डिलीट कर दिया गया, लेकिन तब तक उसके स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके थे। भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस पोस्ट की कॉपी संलग्न कर थाने में शिकायत दी।

किस धारा में दर्ज हुआ केस?

पुलिस ने अरुण तिवारी के खिलाफ आईटी एक्ट की धारा 67 (अश्लील सामग्री पोस्ट करना), 505 (2) (धर्म, जाति आदि के आधार पर शत्रुता फैलाने वाली बात फैलाना) और 153A (साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए डिजिटल सबूतों की जांच की जा रही है और जल्द ही पूर्व विधायक से पूछताछ की जाएगी।

राजनीतिक हलकों में हलचल

इस घटना के बाद बिलासपुर की राजनीति में हलचल मच गई है। भाजपा नेताओं ने अरुण तिवारी की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा है कि यह केवल एक राजनीतिक बयान नहीं, बल्कि सेना और देश के खिलाफ साजिश है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “कांग्रेस के नेता बार-बार देशविरोधी बातें करते हैं, जिससे यह साबित होता है कि उन्हें देश की सुरक्षा और मर्यादा की कोई परवाह नहीं।”

वहीं कांग्रेस की ओर से अब तक कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। पार्टी के अंदरखाने में जरूर यह चर्चा है कि तिवारी का यह बयान पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा सकता है।

कौन हैं अरुण तिवारी?

अरुण तिवारी बिलासपुर जिले के वरिष्ठ कांग्रेस नेता हैं और एक समय विधायक भी रह चुके हैं। वे अपने बेबाक बयानों और सोशल मीडिया पर सक्रियता के लिए जाने जाते हैं। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब वे विवादित बयान को लेकर चर्चा में आए हों। इससे पहले भी कई बार उन्होंने सरकार की नीतियों पर तीखे और विवादास्पद कमेंट किए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *