भारत के ‘हाईवे हीरो’ माने जाने वाले नितिन गडकरी ने सड़क निर्माण में जो क्रांति लाई, उसने देश की रफ्तार ही बदल दी। उनके नेतृत्व में न केवल नेशनल हाईवे का जाल बिछा बल्कि भारत का इंफ्रास्ट्रक्चर भी दुनिया के नक्शे पर चमकने लगा। गडकरी को अब ‘विकास-पुरुष’ कहा जाने लगा है, क्योंकि उनका काम खुद उनकी पहचान बन चुका है।
गडकरी की गाथा:
साधारण जीवन, असाधारण दृष्टि
27 मई 1957 को नागपुर में जन्मे गडकरी का झुकाव बचपन से ही समाजसेवा की ओर रहा। उन्होंने राजनीति में प्रवेश 1995 में महाराष्ट्र में PWD मंत्री बनकर किया। उनके कार्यकाल में 55 फ्लायओवर और मुंबई-पुणे एक्सप्रेस-वे जैसे प्रोजेक्ट्स बने।
ऐसे बने ‘एक्सप्रेस-वे मैन’
2014 से अब तक केंद्र में सड़क परिवहन मंत्री रहते हुए 1.6 लाख किमी सड़कें बनीं।
153 प्रोजेक्ट्स एक साथ शुरू कर 50 साल का रिकॉर्ड तोड़ा।
2026 तक 2 लाख किमी हाईवे और 50 हजार किमी ग्रीनफील्ड कॉरिडोर का लक्ष्य।
विशेषताएं जो गडकरी को बनाती हैं अलग:
तेज निर्णय क्षमता
पारदर्शिता और समयबद्धता
हरित पर्यावरण के लिए जुनून
खास उपलब्धियां:
32 ग्रीन एक्सप्रेसवे निर्माणाधीन
59% सड़क प्रोजेक्ट तय समय से पहले पूरे
1,45,240 करोड़ रुपए का निवेश
47 लाख टन सीमेंट की बचत