दुबई।— भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और कश्मीर हमले के बाद युद्ध जैसे हालात के बीच दुबई में आयोजित एक कार्यक्रम में शाहिद अफरीदी और उमर गुल की मौजूदगी ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। इस कार्यक्रम में अफरीदी को भारतीय केरल समुदाय द्वारा गर्मजोशी से आमंत्रित किया गया, जिसने भारत में तीखी प्रतिक्रियाएं जन्म दी हैं।
यह कार्यक्रम पाकिस्तान एसोसिएशन दुबई (PAD), “एमिरेट्स लव्स पाकिस्तान” और कलाकार रुबाब ज़हरा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया था। यह आयोजन यूएई के “सामुदायिक अभियान वर्ष 2025” के तहत “हैंड्स ऑफ यूनिटी” अभियान का हिस्सा था। इस अभियान में 100 से अधिक देशों के 24,514 लोगों के हैंडप्रिंट से सबसे बड़े यूएई ध्वज का निर्माण कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान शाहिद अफरीदी को विशेष रूप से मंच पर आमंत्रित किया गया, जहां उन्होंने केरल समुदाय और यूएई की बहुसांस्कृतिक पहचान की सराहना की। उन्होंने केरल के भोजन के प्रति अपने प्रेम का भी ज़िक्र किया। उमर गुल ने इस आयोजन को सामाजिक एकता और शांति का प्रतीक बताया।
हालांकि, यह सब उस वक्त हुआ जब भारत-पाकिस्तान के रिश्ते बेहद नाजुक दौर से गुजर रहे हैं। 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद शाहिद अफरीदी ने पाकिस्तानी चैनल पर भारतीय सेना को “नाकारा” और “अक्षम” करार देते हुए कहा था:
“पटाखा फटता है भारत में और तुम कहते हो पाकिस्तान ने किया? तुम्हारी 8 लाख की फौज है और फिर भी हमला हो गया? इसका मतलब तुम नालायक हो!”
इन विवादास्पद बयानों के बाद भारत सरकार ने अफरीदी के YouTube और X (पूर्व Twitter) अकाउंट को निलंबित कर दिया था।
इस पृष्ठभूमि में दुबई में उनके स्वागत ने भारतीय सोशल मीडिया पर बवाल मचा दिया। कई लोगों ने इसे “राष्ट्रविरोधी” और “भारत का अपमान” करार दिया। आलोचकों का कहना है कि भारतीय समुदाय को ऐसे समय पर संवेदनशीलता दिखाते हुए ऐसे आयोजनों से दूर रहना चाहिए था।
हालांकि कुछ लोगों ने इसे खेल और संस्कृति के माध्यम से वैश्विक एकता का संदेश बताया। यूएई में रहने वाले भारतीयों की मजबूरियों को समझते हुए भी यह बहस तेज हो गई है कि क्या राष्ट्रहित से ऊपर कोई और भावना हो सकती है?