अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी पर तीखा हमला करते हुए उसे मिलने वाली अरबों डॉलर की फंडिंग रोकने की चेतावनी दी है। ट्रंप ने कहा कि वह हार्वर्ड से विदेशी छात्रों की सूची मांग चुके हैं, ताकि यह तय किया जा सके कि किन लोगों को देश में वापस आने से रोका जाए।
स्मृति दिवस पर जारी अपने संदेश में ट्रंप ने कहा, “मैं तीन अरब डॉलर की फंडिंग को वापस लेने और उसे देश के तकनीकी शिक्षण संस्थानों को देने पर विचार कर रहा हूं। हार्वर्ड एक यहूदी विरोधी और उदारवादी विचारधारा का अड्डा बन चुका है।”
उन्होंने यह भी दावा किया कि हार्वर्ड विदेशी कट्टरपंथियों को संरक्षण दे रहा है। ट्रंप प्रशासन ने पिछले हफ्ते विदेशी छात्रों के प्रवेश पर रोक लगाई थी, जिसे एक अदालत ने फिलहाल स्थगित कर दिया है।
राष्ट्रपति ने आगे कहा, “हम हार्वर्ड से विदेशी छात्रों की सूची मांग चुके हैं। इन छात्रों के जरिए फिजूलखर्ची, कट्टरपंथ और उग्रवाद को बढ़ावा मिल रहा है। पर घबराने की जरूरत नहीं है, अंततः सरकार की ही जीत होगी।”
गौरतलब है कि हार्वर्ड यूनिवर्सिटी अब तक 162 नोबेल पुरस्कार विजेता दे चुकी है और यह अमेरिका का सबसे पुराना और प्रतिष्ठित संस्थान है। लेकिन ट्रंप का मानना है कि यह संस्था सरकार की नीतियों की अवहेलना कर रही है।
ट्रंप पहले ही 2.2 अरब डॉलर की फंडिंग और 60 मिलियन डॉलर के सरकारी अनुबंध रोक चुके हैं। साथ ही वह हार्वर्ड मेडिकल स्कूल से जुड़े एक विदेशी शोधकर्ता को भी देश से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं।