नागपुर — राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि देश को एकजुट और मजबूत बनाने के लिए राजनीतिक दलों के बीच आपसी समझ और विश्वास बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पहला आतंकी हमला और उसके बाद की परिस्थितियों में जब सभी दलों ने एकजुट होकर प्रतिक्रिया दी थी, तो उसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिला।
इस अवसर पर आदिवासी नेता अरविंद नेताम ने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में हो रहे धर्मांतरण को रोकने में संघ सबसे बड़ी भूमिका निभा सकता है। उनका मानना है कि जब तक समाज में सांस्कृतिक जागरूकता नहीं फैलेगी, तब तक धर्मांतरण जैसी समस्याओं को पूरी तरह रोका नहीं जा सकता।
भागवत और नेताम दोनों ने समाज में एकता और स्थिरता बनाए रखने के लिए सामाजिक संगठनों, सरकार और राजनीतिक वर्ग के बीच समन्वय को अनिवार्य बताया।