छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक नया बम फूटा है—वो भी घर के ही किसी अपने ने फोड़ा। पूर्व केंद्रीय मंत्री और आदिवासी नेता अरविंद नेताम ने एक ऐसा सवाल दागा, जिसने कांग्रेस को असहज कर दिया है और BJP को नया हथियार मिल गया है।
उन्होंने सवाल उठाया—“बैज नेताम कहीं ईसाई धर्म में तो नहीं कन्वर्ट हो गए?”
ये सवाल सिर्फ व्यक्तिगत नहीं था, इसके पीछे गहरी सियासत और छुपी हुई बेचैनी भी है। क्योंकि ये सवाल किसी बीजेपी नेता ने नहीं, बल्कि खुद कांग्रेस के एक बुजुर्ग और प्रभावशाली नेता ने उठाया है।
🔥 कांग्रेस की अंदरूनी कलह आई सामने?
अरविंद नेताम का यह बयान महज धर्म से जुड़ा सवाल नहीं, बल्कि पार्टी के अंदर बढ़ती खींचतान और असंतोष की झलक भी देता है।
दीपक बैज, जो फिलहाल PCC चीफ और बैज नेताम के राजनीतिक अभिभावक माने जाते हैं, ने इस पर तीखा पलटवार किया। उनका कहना है—
> “अरविंद नेताम RSS की भाषा क्यों बोल रहे हैं? क्या वो अब भाजपा के प्रवक्ता बन गए हैं?”
कांग्रेस के गलियारों में यह बयान कई सवाल खड़े कर रहा है—
क्या आदिवासी नेताओं को किनारे किया जा रहा है?
क्या पार्टी में अब धर्म को लेकर खींचतान शुरू हो गई है?
🕍 BJP का पलटवार—‘दीपक बैज ने खुलवाए 5 चर्च’
जहां कांग्रेस इस बयान को पार्टी के भीतर का मुद्दा बताकर दबाने की कोशिश कर रही है, वहीं BJP ने इसे तुरंत लपक लिया।
BJP प्रवक्ताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके आरोप लगाया कि—
“दीपक बैज जब सांसद थे, तब उनके प्रभाव क्षेत्र में 5 चर्च खुले। अब अरविंद नेताम वही बात कह रहे हैं जो सच है, तो कांग्रेस उन्हें चुप कराना चाहती है।”