इंदौर: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को इंदौर के दशहरा मैदान में आयोजित महापौर मेगा रोजगार मेला का उद्घाटन करते हुए कहा कि युवाओं को सक्षम, योग्य और आत्म-निर्भर बनाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर क्षेत्र में तेजी से रोजगार सृजन किया जा रहा है, जिससे समाज को स्वावलम्बी बनाया जा सके।
डॉ. यादव ने कहा कि परंपरागत व्यवसायों से लेकर आईटी और आधुनिक तकनीक तक सभी क्षेत्रों में अवसर उत्पन्न किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि रोजगार आधारित औद्योगिक विकास के लिए राज्य सरकार ने इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन कर बेहतर परिणाम हासिल किए हैं।
150 से अधिक कंपनियाँ, 20 हजार से अधिक युवा
इस मेले में 150 से अधिक नामी कंपनियों ने हिस्सा लिया, जिनमें पेटीएम, एयरटेल, ज़ोमेटो, डॉ. रेड्डी ग्रुप, सोनी इंडिया, एनआईआईटी जैसी बड़ी कंपनियाँ शामिल थीं। युवाओं के लिए 10 हजार से अधिक रोजगार अवसर उपलब्ध कराए गए। लगभग 20 हजार युवाओं ने पंजीयन कराया और रोजगार के लिए मौके का लाभ उठाया।
इंदौर में हर पंचायत में उद्योग स्थापना की पहल
मुख्यमंत्री ने इंदौर जिले में पंचायत स्तर पर उद्योग लगाने के प्रयासों की सराहना की और कहा कि इंदौर ने युवाओं के कौशल विकास व रोजगार में अनुकरणीय भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि डिग्री के साथ व्यवहारिक ज्ञान और संवाद कौशल भी आवश्यक हैं।
भारत अब आत्मनिर्भर और निर्णायक राष्ट्र: मुख्यमंत्री
रोजगार के साथ ही डॉ. यादव ने भारत-पाक संबंधों और सीमा सुरक्षा पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि भारत अब पहले जैसा नहीं रहा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने अपनी शक्ति और रणनीति का वैश्विक स्तर पर प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि हमारी सेनाएं आधुनिक तकनीकों से लैस हैं और हर चुनौती का करारा जवाब देने में सक्षम हैं।
युवाओं से राष्ट्र निर्माण में भागीदारी का आह्वान
नगरीय प्रशासन मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि भारत की सबसे बड़ी पूंजी उसका युवा वर्ग है। उन्होंने युवाओं से राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया। वहीं, कौशल विकास राज्य मंत्री श्री गौतम टेटवाल ने बताया कि इंदौर कौशल विकास में अग्रणी है और पारंपरिक कारीगरी से लेकर पशुधन आधारित अर्थव्यवस्था तक में युवाओं को अवसर दिए जा रहे हैं।
करियर गाइडेंस और ऑन-द-स्पॉट चयन
मेले में सीवी लेखन, इंटरव्यू टिप्स और स्किल डेवलपमेंट पर कार्यशालाएँ आयोजित की गईं। कई कंपनियों ने मौके पर ही चयन प्रक्रिया संपन्न की। यह मेला न केवल रोजगार का माध्यम बना, बल्कि युवाओं के आत्मविश्वास और दिशा निर्माण में भी सहायक रहा।
शिक्षाविदों और उद्यमियों का सम्मान
मुख्यमंत्री ने इंदौर के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलगुरुओं और उद्यमियों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में कुलगुरु श्री राकेश सिंघई, डॉ. सुनील सोमानी, डॉ. प्रशांत जैन सहित कई शिक्षाविद और औद्योगिक प्रतिनिधि मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने हितग्राहियों को प्रमाण-पत्र और नियुक्ति-पत्र भी वितरित किए तथा कौशल विकास पर आधारित पुस्तिका का विमोचन किया।