किलियन मर्फी: रॉकस्टार से सुपरस्टार तक का सफर, ‘ओपेनहाइमर’ से जीता पहला ऑस्कर

आयरिश अभिनेता किलियन मर्फी 25 मई को अपना जन्मदिन मना रहे हैं। संगीत से करियर की शुरुआत करने वाले किलियन मर्फी ने अभिनय की दुनिया में न सिर्फ पहचान बनाई बल्कि ऑस्कर अवॉर्ड जीतकर इतिहास भी रच दिया। आइए जानते हैं उनके प्रेरणादायक सफर के बारे में…

 बचपन का सपना था म्यूजिक इंडस्ट्री में नाम कमाना
किलियन मर्फी का जन्म 25 मई 1976 को आयरलैंड के कॉर्क शहर में हुआ। वे एक शिक्षित परिवार से आते हैं, जहां पढ़ाई और संगीत दोनों का माहौल था। महज 10 साल की उम्र में उन्होंने गीत लिखना और गाना शुरू कर दिया था। अपने छोटे भाई के साथ मिलकर एक म्यूजिक बैंड भी बनाया। उस समय तक मर्फी का सपना था रॉकस्टार बनने का।

 एक नाटक ने बदल दी जिंदगी की दिशा
स्कूल में पढ़ाई के दौरान एक नाटक में भाग लेने से मर्फी की दिलचस्पी अभिनय की तरफ बढ़ी। एक इंग्लिश टीचर ने उन्हें थिएटर के लिए प्रेरित किया और यहीं से उन्होंने रंगमंच की ओर कदम बढ़ाए। उन्हें थिएटर ग्रुप ‘कोरकाडोरका’ में ऑडिशन के बाद जगह मिली और ‘डिस्को पिग्स’ नामक नाटक से अभिनय करियर की शुरुआत हुई।

\

 फिल्मों में बड़ा ब्रेक और ग्लोबल पहचान
ब्रिटिश निर्देशक डैनी बॉयल ने ‘डिस्को पिग्स’ देखकर मर्फी को अपनी फिल्म ’28 डेज लेटर’ के लिए चुना। इसके बाद क्रिस्टोफर नोलन की नज़र मर्फी पर पड़ी और उन्हें ‘बैटमैन बिगिंस’ में डॉ. क्रेन का रोल मिला। असली पहचान तब मिली जब उन्होंने ‘पीकी ब्लाइंडर्स’ में थॉमस शेल्बी का किरदार निभाया। यह किरदार दुनिया भर में पसंद किया गया।

 ‘ओपेनहाइमर’ से ऑस्कर तक
किलियन मर्फी की सबसे बड़ी सफलता रही फिल्म ‘ओपेनहाइमर’, जिसमें उन्होंने जे. रॉबर्ट ओपेनहाइमर का किरदार निभाया। इस दमदार प्रदर्शन के लिए उन्हें ‘बेस्ट एक्टर’ का ऑस्कर मिला। खास बात यह है कि यह उनका पहला ऑस्कर नामांकन था और पहली ही बार में उन्होंने यह प्रतिष्ठित अवॉर्ड जीत लिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *