भोपाल। राजधानी में महिला सशक्तिकरण की बात सिर्फ मंचों तक सीमित रह गई है। हालात इतने बदतर हैं कि खुद महिला महापौर के कार्यकाल में नगर निगम की महिला कर्मचारियों को ही उनके पुरुष सहकर्मियों से सुरक्षा नहीं मिल पा रही है।नगर निगम कार्यालय में काम करने वाली कई महिला कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि उनके साथ न सिर्फ अश्लील टिप्पणियां की जाती हैं, बल्कि उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया जाता है। कुछ मामलों में तो महिला कर्मचारियों ने यह भी बताया कि जब उन्होंने विरोध किया तो उन्हें बदले की कार्रवाई का डर दिखाया गया।सूत्रों के अनुसार, इस तरह की घटनाएं लंबे समय से चल रही हैं लेकिन ज्यादातर महिलाएं नौकरी खोने के डर से चुप रहीं। अब जब मामला तूल पकड़ रहा है, तो यह सवाल उठ रहा है कि क्या महिला नेतृत्व वाले नगर निगम में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं?प्रदेश के नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा, “अगर ऐसा कोई मामला है तो इसकी निष्पक्ष जांच करवाई जाएगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।”महिलाओं ने की मुख्यमंत्री से अपीलकुछ पीड़ित महिला कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री से इस मामले में सीधे हस्तक्षेप की मांग की है। उनका कहना है कि सिर्फ जांच की बात करने से कुछ नहीं होगा, जब तक ऐसे मामलों में त्वरित और उदाहरण बनाने वाली कार्रवाई नहीं होती।