अमेरिका के दौरे पर गए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भारत-पाकिस्तान विवाद पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ‘मध्यस्थता’ वाले दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि दो असमान पक्षों के बीच कोई मध्यस्थता नहीं हो सकती – जैसे आतंकवाद और उससे पीड़ित देश की तुलना नहीं की जा सकती।
10 मई को ट्रंप ने सोशल मीडिया पर दावा किया था कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम वाशिंगटन की मध्यस्थता से संभव हुआ है। इसके बाद ट्रंप ने कई बार यह दोहराया कि उन्होंने भारत-पाक के बीच तनाव को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई है।
थरूर ने न्यूयॉर्क के ‘काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस’ में इस विषय पर पूछे गए सवाल के जवाब में साफ कहा कि भारत किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को नहीं मानता। उन्होंने कहा, “जब आप मध्यस्थता या ब्रोकर जैसे शब्दों का उपयोग करते हैं, तो आप यह मान लेते हैं कि दोनों पक्ष समान हैं – जबकि भारत और पाकिस्तान की परिस्थितियाँ बिल्कुल अलग हैं।”
थरूर ने यह भी जोड़ा कि अमेरिका ने शायद दोनों देशों से उच्च-स्तरीय संवाद किया होगा, लेकिन भारत इसे ‘मध्यस्थता’ नहीं मानता। अमेरिका की चिंता और विचारों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि भारत हमेशा आतंकवाद के खिलाफ खड़ा रहा है और उसकी तुलना उस देश से नहीं की जा सकती जो आतंकवाद को संरक्षण देता है।