गोवा। भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गोवा राजभवन में आयोजित एक समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि भारत अब आत्मविश्वास और साहस से भरा राष्ट्र है, जो आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई से पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को एक ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि यह भारत की सैन्य ताकत और कूटनीतिक स्पष्टता का परिचायक है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने न केवल पड़ोसी देशों को बल्कि पूरे विश्व समुदाय को यह स्पष्ट संदेश दिया है कि आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों को खोजकर दंडित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर” इस नई नीति की मिसाल है जिसमें लक्ष्यविहीन हिंसा नहीं, बल्कि सटीक और सोच-समझकर की गई सैन्य कार्रवाई है।
उन्होंने कहा, “जब हमारे जवानों के ताबूत लौटे, तब पाकिस्तान की सेना, आतंकवादी और सरकार सभी मौजूद थे। किसी ने सबूत नहीं मांगे क्योंकि सच्चाई सामने थी। हमें अपनी सशस्त्र सेनाओं पर गर्व है।”
कार्यक्रम के दौरान उपराष्ट्रपति ने वामन वृक्षकला उद्यान में प्राचीन आयुर्वेदाचार्य चरक और सुश्रुत की कांस्य मूर्तियों का अनावरण भी किया। इस मौके पर राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई, मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दामोदर नाइक मौजूद थे।
कृषि में उद्यमशीलता जरूरी: किसानों को जोड़ना होगा मूल्यवर्धन से
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR), पुराने गोवा में किसानों को कृषि उत्पादों के मूल्यवर्धन से जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि किसानों की आमदनी में बड़ा बदलाव तभी संभव है जब वे पारंपरिक खेती से आगे बढ़कर उद्यमशीलता अपनाएं। उन्होंने उद्योगपतियों से अपील की कि वे कृषि मूल्य श्रृंखला में अपना सक्रिय योगदान दें।