भारत अब दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए अपनी रक्षा शक्ति को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की तैयारी कर चुका है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्वदेशी रूप से विकसित हो रहे एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) के निर्माण को मंजूरी दे दी है। यह विमान पांचवीं पीढ़ी की तकनीकों से युक्त होगा, जो दुश्मन के रडार को चकमा देने में सक्षम होगा।
विमान की प्रमुख विशेषताएं:
- 2035 तक भारतीय वायुसेना में शामिल हो जाएगा
- 7,000 किग्रा तक विस्फोटक लेकर उड़ सकेगा
- 65,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भरने में सक्षम
- वजन: 25 टन
- रडार से बच निकलने वाली अत्याधुनिक स्टील्थ तकनीक
- स्वदेशी इंजन और अवनति तकनीक का प्रयोग
- बायोस्फीयर, नैनोटेक्नोलॉजी और वैमानिकी का अद्भुत संयोजन
तेजस के बाद यह दूसरा पूर्ण रूप से स्वदेशी लड़ाकू विमान होगा। इससे भारत की रक्षा आत्मनिर्भरता में बड़ा इजाफा होगा और विदेशी हथियारों पर निर्भरता में भारी कमी आएगी।
🇮🇳 सरकार की योजना है कि आने वाले वर्षों में इस प्रोजेक्ट पर लगभग ₹15,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ योजना के तहत यह प्रोजेक्ट एक बड़ी छलांग मानी जा रही है।
AMCA का एक प्रोटोटाइप रक्षा प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया, जो भारत की रक्षा तकनीक में हो रहे तीव्र विकास को दर्शाता है।
भारत का यह नया फाइव्थ जनरेशन फाइटर जेट रक्षा क्षेत्र में देश को सुपरपावर की दिशा में ले जाने वाला कदम है। चीन और पाकिस्तान को यह स्पष्ट संदेश है कि भारत अब पूरी तरह तैयार है — आत्मनिर्भर, सशक्त और तकनीकी रूप से सक्षम।