भारत और चीन के बीच संबंधों को मजबूत और स्थिर बनाने की दिशा में अहम प्रगति हुई है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री और चीन के उप विदेश मंत्री सुन वेइदोंग की हाल ही में हुई मुलाकात में दोनों पक्षों ने सीधी हवाई सेवाओं को पुनः शुरू करने और लोगों से जुड़े कार्यक्रमों को प्राथमिकता देने पर सहमति जताई है।
विदेश मंत्रालय (MEA) के अनुसार, यह बैठक गुरुवार को आयोजित की गई, जिसमें दोनों देशों ने द्विपक्षीय रिश्तों की व्यापक समीक्षा की। दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि आपसी संपर्क बढ़ाने, वीजा सुविधाओं में सुधार और मीडिया तथा थिंक टैंक के बीच संवाद को बढ़ावा दिया जाएगा।
बयान के मुताबिक, भारत-चीन के बीच सीधी हवाई सेवाओं को फिर से चालू करने की प्रक्रिया को तेज गति से आगे बढ़ाया जाएगा। विदेश सचिव मिस्री ने उम्मीद जताई कि हवाई सेवा समझौते को जल्द अद्यतन किया जाएगा ताकि यात्रियों को सुगमता मिल सके।
मुलाकात के दौरान विदेश सचिव ने कैलाश मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करने में चीन के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। साथ ही, सीमा पार नदियों के जल-आंकड़ों के साझा करने और सहयोग के लिए अप्रैल में हुई विशेषज्ञ स्तर की बैठक का भी उल्लेख किया।
भारत और चीन के राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के तहत होने वाले कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक आयोजित करने पर भी सहमति बनी। दोनों देशों ने भरोसा जताया कि ऐसे प्रयास द्विपक्षीय संबंधों को नई मजबूती देंगे।