छत्तीसगढ़ में महिला एवं बाल विकास विभाग के आंगनबाड़ी केंद्रों में करोड़ों रुपये की खरीद में बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है। इस मामले की जांच के बाद कई अधिकारियों के खिलाफ गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में मिलीभगत कर गड़बड़ी करने वाले अफसरों के नाम सामने आए हैं, जो अब राडार पर हैं।
सूत्रों के अनुसार करीब 40 करोड़ रुपये की सामग्री खरीद में गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है। विभागीय सूत्रों ने बताया कि कुछ जिलों में खरीदी के दौरान मानकों की अनदेखी की गई और गुणवत्ता से समझौता किया गया। इसके चलते राज्य सरकार पर कार्रवाई का दबाव भी बढ़ रहा है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने मामले को गंभीरता से लेते हुए विशेष जांच समिति की रिपोर्ट पर सख्त कार्रवाई के संकेत दिए हैं। मंत्री ने कहा कि खरीदी में गड़बड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक छह जिलों रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, जांजगीर चांपा, जशपुर और सरगुजा के आंगनबाड़ी केंद्रों में वितरित सामग्री में गुणवत्ता की गंभीर शिकायतें मिली हैं। जांच में पता चला कि कई जिलों में मानक से कम गुणवत्ता की सामग्री सप्लाई की गई थी।
सरकार की ओर से कहा गया है कि अंतिम रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी और दोषी अधिकारियों पर कड़ी सजा तय होगी।