नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने राज्य में घटती प्रजनन दर को लेकर गंभीर चिंता जाहिर की है। उन्होंने इशारा किया है कि उनकी सरकार अब बड़े परिवारों को आर्थिक सहायता देने की योजना पर काम कर रही है।
टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में सीएम नायडू ने कहा कि वे परिवार को एक सामाजिक इकाई मानते हैं और बड़े परिवारों को प्रोत्साहित करने के लिए आर्थिक सहयोग देने की दिशा में विचार कर रहे हैं।
गौरतलब है कि राज्य में पहले दो से अधिक बच्चे वाले दंपतियों को पंचायत और नगर निकाय चुनावों में हिस्सा लेने से रोकने के लिए कानून में संशोधन किया गया था। अब मुख्यमंत्री का यह नया रुख राज्य की जनसांख्यिकीय स्थिति को देखते हुए अहम माना जा रहा है।
नायडू ने “शून्य गरीबी” अभियान का भी जिक्र किया और कहा कि घटती प्रजनन दर के कारण आने वाले वर्षों में राज्य को सामाजिक और आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
तेदेपा प्रमुख ने वर्तमान पीढ़ी की सोच पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि आज के युवा केवल एक बच्चा पैदा करने में विश्वास रखते हैं या बिना बच्चे के जीवन को प्राथमिकता दे रहे हैं, जबकि पहले की पीढ़ियां चार-पांच बच्चों वाले परिवार को सामान्य मानती थीं।
उन्होंने दक्षिण कोरिया, जापान और यूरोप के कई देशों का उदाहरण देते हुए कहा कि इन विकसित देशों में जनसंख्या में गिरावट एक बड़ा संकट बन चुका है। इन देशों का ध्यान केवल आय बढ़ाने और जीवन स्तर सुधारने पर है, लेकिन जनसंख्या संतुलन पर नहीं।